इंदौर के कैट रोड पर स्थित सूर्य मंदिर अपनी अनोखी बनावट और धार्मिक मान्यता के लिए प्रसिद्ध है। करीब डेढ़ एकड़ में फैला यह भव्य मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था और शांति का केंद्र माना जाता है।
यहां भगवान सूर्यदेव की 13 फीट ऊंची संगमरमर की प्रतिमा स्थापित है, जिसमें वे सात घोड़ों पर सवार दिखाई देते हैं। भक्त भगवान सूर्यदेव की प्रतिमा के दर्शन करने के बाद यहां बैठकर सूर्य देव के मंत्र के को जपते हुए माला जाप भी करते है।
शास्त्रो के अनुसार मान्यता है कि सूर्यदेव के सात घोड़े सप्ताह के सात दिनों का प्रतीक हैं, जबकि उनके रथ के पहिए साल के महीनों और ऋतुओं को दर्शाते हैं। इस भव्य मंदिर में नौ ग्रहों और उनके अधिष्ठाता देवी-देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित हैं।
खास बात यह है कि सूर्योदय के बाद से सुबह लगभग 11 बजे तक सूर्य की किरणें सीधे सूर्यदेव की प्रतिमा पर पड़ती हैं, जिसे देखने के लिए भक्त बड़ी संख्या में आते हैं। यही समय मंदिर में दर्शन के लिए सही माना जाता है।
मंदिर परिसर में दो सुंदर कुंड भी बनाए गए हैं—एक कमल के फूल के आकार में और दूसरा नाव के आकार में। इन कुंडों की सुंदरता मंदिर के आकर्षण को और बढ़ा देती है। इसके अलावा यहां एक पत्थर की घड़ी भी स्थापित है, जो सूर्य की स्थिति के अनुसार समय बताती है। प्राकृतिक सौंदर्य, शांति और दिव्यता का अद्भुत संगम यह सूर्य मंदिर इंदौरवासियों के लिए एक आध्यात्मिक धरोहर से कम नहीं है।