एक अनोखा शिक्षकों का सम्मेलन “समावेश”खेल और शारीरिक शिक्षा के माध्यम से समग्र शिक्षा का उद्देश्य

भोपाल के रेडिसन होटल में एजुकेटर्स कॉन्क्लेव में मार्कोस क्वे ने प्रतिष्ठित शिक्षाविदों और विचारशील नेताओं ने शिक्षा और मेंटरशिप के भविष्य पर विचार-विमर्श किया। सम्मेलन की शुरुआत मार्कोस क्वे के संस्थापक राहिल ध्रुवा के प्रेरणादायी मुख्य वक्तव्य से हुई। उन्होंने “स्पोर्ट्स और फिजिकल एजुकेशन – ए स्ट्रैटेजिक एडवांटेज फॉर स्कूल्स”विषय पर अपने विशिष्ट विचार साझा किए।

समग्र विकास करती है खेल शिक्षा
इन्होने कहा कि खेल और शारीरिक शिक्षा न केवल समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि छात्रों की सोच और व्यक्तित्व निर्माण को भी गहराई से प्रभावित करते हैं।

ये शिक्षाविद हुए शामिल
इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित शिक्षाविदों का पैनल उपस्थित रहा, जिसमें डॉ. रशपाल सिंह भोमरा (यूनिक इंटरनेशनल स्कूल), डॉ. अनिल सडाफल (यूनिक ग्रुप, मध्यप्रदेश), संदीप उपाध्याय (क्रेयान इंटरनेशनल स्कूल, गाडरवारा), सिस्टर मे मोल पॉल (सेंट थॉमस कॉन्वेंट हायर सेकेंडरी स्कूल, रायसेन), रेनूका सिन्हा (महर्षि विद्या मंदिर,भोपाल) और अभिलाषा चतुर्वेदी (निर्मल इंटरनेशनल स्कूल, उज्जैन) शामिल थे। इन शिक्षाविदों ने श्रेष्ठ शिक्षण पद्धतियों, कक्षाओं में समावेशिता, और भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप विद्यालयों की तैयारी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सारगर्भित एवं रोचक विचार-विमर्श प्रस्तुत किया।

यह अनोखा कॉन्क्लेव
कार्यक्रम के बारे में समावेश के संस्थापक सोम्यारंजन दाश ने कहा, “यह अनोखा कॉन्क्लेव बड़ी सोच-समझ के साथ इस उद्देश्य से आयोजित किया गया कि भविष्य की पीढ़ी के लिए सीखने की प्रक्रिया को एक सामूहिक आंदोलन के रूप में आगे बढ़ाया जा सके।

हम राहिल ध्रुवा और अन्य वक्ताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और विभिन्न पहलुओं पर अमूल्य मार्गदर्शन साझा किया, जो छात्रों के शारीरिक और संज्ञानात्मक विकास में सहायक होगा तथा उन्हें भविष्य के लिए तैयार करेगा। शिक्षा के क्षेत्र की विविध आवाज़ों को एक मंच पर लाकर हम सार्थक परिवर्तन की आशा रखते हैं, जो न केवल शैक्षणिक संस्थानों बल्कि छात्रों को भी सशक्त बनाएगा।”
समावेश 2025 के भोपाल चैप्टर ने शिक्षा क्षेत्र में नवाचार, समावेशन और सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने पर प्रकाश डाला।