हिमाचल प्रदेश की एक ऐसी घाटी जो स्वप्न सी दिखाई देती है!

स्पीति घाटी, हिमाचल प्रदेश की वह जगह है जो किसी स्वप्न की तरह दिखाई देती है। यहां चारों ओर पहाड़ बर्फ से ढके फैले हुए है और यहां की बहती शीतल नदियाँ,  यह सब मिलकर स्पीति को भारत की सबसे सुंदर घाटियों में से एक बनाती हैं।
स्पीति का अर्थ होता है “मध्य भूमि”। यह घाटी तिब्बत और भारत के मध्य स्थित भूमि हैं इसीलिए इस घाटी का नाम स्पीति। यह हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति ज़िले का हिस्सा है। यह घाटीसमुद्र तल से लगभग 12,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।

प्राकृतिक सौंदर्य

स्पीति की सबसे बड़ी खासियत है इसका अद्भुत सौंदर्य  है। यह घटिया न तो घने जंगल के लिए न ही हरियाली के लिए लोकप्रिय है , बल्कि यह जगह अपने रेगिस्तानी पहाड़ी परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध है। यहा के धूलभरे पहाड़, तिब्बती शैली के मठ, बंजर घाटियाँ और आकाश को छूते चट्टानी शिखर इसकी सुंदरता में चार चाँद लगा देते है।

स्पीति और पिन यहाँ की दो प्रमुख नदियाँ हैं। इनके किनारे कई छोटे-छोटे गाँव बसे हुए है जैसे कि काजा, की, किब्बर, और धंकर। यह गांव शोर – शराबे से दूर , शांति

रोमांच और पर्यटन

स्पीति रोमांच प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं। यहाँ की ट्रेकिंग रूट्स, बाइकिंग ट्रेल्स और ऊँचाई पर स्थित गाँव पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। चाहे वो चंद्रताल झील की रहस्यमयी शांति हो या किब्बर का ऊँचाई पर बसा गाँव — हर मोड़ पर कुछ नया देखने को मिलता है।

सांस्कृतिक विरासत

स्पीति का जीवन तिब्बती बौद्ध संस्कृति से जुड़ा हुआ है। यहाँ के लोग सरल और सहनशील हैं। घाटी में कई प्राचीन बौद्ध मठ हैं, जिनमें की गोंपा, टाबो मठ और धंकर मठ विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। टाबो मठ को तो “हिमालय का अजंता” भी कहते है, क्योंकि इसमें 10वीं सदी के अद्भुत चित्र और मूर्तियाँ देखने को मिलती हैं।

कैसे पहुंचे ?

स्पीति घाटी पहुंचने के लिए मनाली या शिमला से सड़क मार्ग से जा सकते हैं। यह मनाली से लगभग 177 कि मी की दुरी पर है।यह सफर लगभग 4 से 5 घंटे का है।