गुजरात के अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद इस महीने 12 और 17 जून के बीच एयर इंडिया की 83 उड़ानें रद्द हुईं। भारत के विमान नियामक डीजीसीए के एक बयान के मुताबिक़, 12 जून से 17 जून तक एयर इंडिया कि 83 उड़ानों में 66 बोइंग 787 मॉडल के विमान थे.
इसी मॉडल का विमान 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में क्रैश हो गया था। 12 जुन को हुए इस हादसे के बाद विमान कंपनियों पर लगातार सवाल उठ रहे है। इसी बीच बताया जा रहा है कि गुजरात के अहमदाबाद प्लेन क्रैश (Ahmedabad Plane Crash) की जांच की जिम्मेदारी एअरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) को सौंपी गई है।
AAIB करता है विमान हादसों की जांच
विमान हादसे में ब्लैक बाक्स मिलने के बाद उसकी जांच AAIB करता है। इसका का गठन 2012 में किया गया था, जिसका मुख्यालय दिल्ली के सफदरजंग एअरपोर्ट पर स्थित उदान भवन में है। AAIB पहले भी 3 बार एअर इंडिया विमान हादसों की जांच कर चुका है। बता दें कि 12 जून की दोपहर हुए अहमदाबाद प्लेन क्रैश (Ahmedabad Plane Crash) को 10 दिन से ज्यादा बीत चुके हैं। 270 से ज्यादा लोगों की जान लेने वाले इस विमान हादसे की वजह अभी तक सामने नहीं आई है। प्लेन क्रैश की जांच की जिम्मेदारी एअरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) को सौंपी गई है।
कैसे हुआ प्लैन क्रेश इसकी जानकारी नहीं
देश में हुए सभी विमान हादसों की जांच AAIB ही करता है। आइए जानते हैं AAIB क्या है और यह एजेंसी प्लेन क्रैश के कारणों का पता कैसे लगाता है? एअरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो का गठन 2012 में किया गया था। केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के Annex-13 के तहत AAIB का गठन किया था। दिल्ली के सफदरजंग एअरपोर्ट पर मौजूद उदान भवन में AAIB का मुख्यालय बनाया गया है।
ऐसे काम करता है AAIB
AAIB सभी तरह के प्लेन हादसों की जांच करता है। इस दौरान AAIB के विशेषज्ञों की टीम हादसे के सबूत जुटाती है और इसपर विस्तार में एक रिपोर्ट तैयार करती है। इस रिपोर्ट में न सिर्फ हादसे की वजह बल्कि भविष्य में हादसों से बचने के सुझाव भी मौजूद रहते हैं। AAIB यह रिपोर्ट DGCA को सौंपता है, जिसके आधार पर DGCA सभी एअरलाइंस के लिए दिशा-निर्देश जारी करता है।
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की जांच कैसे करेगा AAIB?
AAIB ने अहमदाबाद प्लेन क्रैश की जांच शुरू कर दी है। प्लेन क्रैश के बाद AAIB की टीम ने मौके से ब्लैक बॉक्स बरामद किया। साथ ही कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर भी AAIB के पास है। AAIB इन सभी चीजों को डिकोड करेगा। इसके अलावा प्लेन क्रैश के बाद AAIB मौके पर मौजूद चश्मदीदों के बयान भी इकट्ठा करता है, जिसके आधार पर AAIB पूरी रिपोर्ट तैयार करेगा।
3 बार की एअर इंडिया के हादसों की जांच
अहमदाबाद प्लेन क्रैश मामले में इसके पहले एअर इंडिया के तीन बार विमान हादसों की वजह जानने के लिए AAIB ने जांच की है। लेकिन यह बात भी सामने आई है कि हर बार इनकी जांच घेरे में आ चुकी है। पहला कोझिकोड़ हादसा हुआ था जब एअर इंडिया की फ्लाइट IX-1344 कोझिकोड़ के टेबलटॉप रनवे से फिसल गई थी। 7 अगस्त 2020 को 190 यात्रियों से भरी यह फ्लाइट रनवे से फिसलकर 30 फीट गहरी खाई में गिर गई थी, जिसमें 21 लोगों की मौत हो गई और कई यात्रियों को गंभीर चोटें आईं थीं।
इसके बाद दूसरे हादसे में एअर इंडिया की फ्लाइट A320-ATF भी 18 मई 2024 को हादसे का शिकार हो गया था। बेंगलुरु से कोच्चि के लिए उड़ान भरते समय प्लेन के एक इंजन में आग लग गई थी। इसके बाद तीसरा हादसा टैक्सीवे से उड़ान भरने की कोशिश के दौरान 5 दिसंबर 2024 को एअर इंडिया की फ्लाइट A320-VT-EXT ने रनवे की बजाए टैक्सिवे से टेकऑफ करने की कोशिश की थी। हालांकि, ATC ने हरकत में आते हुए फौरन इस उड़ान को रद कर दिया था और इसकी जांच AAIB को दी गई थी।