अभिजीत मुहूर्त बना शुभ संयोग, अयोध्या संग इंदौर में भी गूंजे जयकारे

आज का अभिजीत मुहूर्त देश के लिए अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा रहा। अयोध्या राम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ध्वजा चढ़ाए जाने के साथ करोड़ों सनातन अनुयायियों की वर्षों पुरानी कामना पूर्ण हुई। इस क्षण ने वो मार्ग खोल दिया, जिसके बाद अब शिखर के दर्शन के साथ रामलला का दिव्य दर्शन सरलता से संभव हो सकेगा।

इंदौर के पित्रेश्वर धाम में ध्वजा परिवर्तन का विशेष आयोजन

अयोध्या में हुए इस ऐतिहासिक क्षण से प्रेरित होकर इंदौर के पित्रेश्वर धाम में भी अभिजीत मुहूर्त (11:52 बजे से) के दौरान ध्वजा परिवर्तन विधि सम्पन्न की गई। यह ध्वजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माताजी की स्मृति में समर्पित किया गया, जो पूरे आयोजन को और अधिक भावपूर्ण बनाता है।

यह विशेष कार्यक्रम शहर के कृष्णा गुरुजी के सानिध्य में आयोजित हुआ, जहाँ पित्रेश्वर धाम की आध्यात्मिक ऊर्जा को अयोध्या में हो रहे ध्वजारोहण से जोड़ा गया। यह ध्वजा पूरे देश और शहर के सनातन समुदाय की भावनाओं का प्रतीक बनकर शिखर पर फहराया गया।

अभिजीत मुहूर्त: कल्याणकारी काल का आध्यात्मिक महत्व

कृष्णा गुरुजी ने बताया कि अभिजीत मुहूर्त वह शक्तिशाली समय है, जिसमें किए गए शुभ कार्य पूरे सृष्टि के लिए कल्याणकारी फलदायी होते हैं। आज का दिन पित्रेश्वर धाम और अयोध्या धाम के बीच आध्यात्मिक संगम का संदेश लेकर आया है, जहाँ दोनों धामों की ऊर्जा एक-दूसरे से जुड़ती प्रतीत हुई।

जयकारों से गुंजायमान हुआ पित्रेश्वर धाम

ध्वजा परिवर्तन की प्रक्रिया के दौरान “जय श्री राम” के ऊँचे स्वर में लगे जयकारों ने पूरे परिसर को भक्ति और उल्लास से भर दिया। हर दिशा में आध्यात्मिक उत्साह और दिव्य अनुभूति महसूस की गई।

आयोजन में शामिल रहे प्रमुख प्रतिनिधि

इस पावन अवसर पर अनेक धर्मप्रेमी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में

  • उमापति पांडेय
  • आकाश नागर
  • राजेंद्र गुप्ता
    सहित पित्रेश्वर धाम के विद्वान पंडितों ने भी सहभागिता निभाई और पूरे आयोजन को सफल बनाया।