इंदौर में कांग्रेस संगठन सृजन कार्यक्रम को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। शहर और ग्रामीण कांग्रेस नेताओं ने इस आयोजन का जमकर विरोध किया और पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी, प्रभारी हरीश चौधरी सहित नव नियुक्त अध्यक्षों का खुलकर बहिष्कार किया।
भीड़ जुटाने के दावे पर सवाल
कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस नेताओं ने 20 हज़ार कार्यकर्ताओं की भीड़ लाने का दावा किया था, लेकिन मौके पर यह आंकड़ा सिर्फ 1200 तक सिमट गया। इनमें से भी 300 तो कांग्रेस कार्यकर्ता थे, जबकि बाकी संख्या भाड़े पर जुटाई गई भीड़ की बताई जा रही है।
कार्यक्रम से अनुपस्थित रहे कई बड़े नेता
इस कार्यक्रम में कांग्रेस के कई वरिष्ठ और सक्रिय नेता शामिल नहीं हुए। विधानसभा क्रमांक-1 से लेकर राऊ विधानसभा तक बड़ी संख्या में ब्लॉक अध्यक्ष, मंडलम अध्यक्ष और विधानसभा प्रत्याशी नदारद रहे। दीपू यादव, छोटू शुक्ला, अश्विनी जोशी, सुरजीत चड्ढा, सत्यनारायण पटेल जैसे दिग्गज नेता तक इस आयोजन से दूर रहे।
महिला नेत्रियों की भी गैरमौजूदगी
कार्यक्रम से कांग्रेस की कई प्रमुख महिला नेत्रियां भी अनुपस्थित रहीं। इनमें पूर्व अध्यक्ष साक्षी शुक्ला, कविता शुक्ला, शकुंतला बड़े, शशि यादव, शर्मिला धौलपुर और साधना भंडारी जैसी नामी नेता शामिल हैं। उनकी गैरमौजूदगी से पार्टी में असंतोष और गहराता हुआ दिखा।
सज्जन सिंह वर्मा की दूरी
इंदौर की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। उनकी अनुपस्थिति ने पार्टी कार्यकर्ताओं में और अधिक सवाल खड़े कर दिए।
पटवारी के खिलाफ लगा विरोध का ठप्पा
जीतू पटवारी के गृह क्षेत्र में हुए इस आयोजन को कई नेताओं ने कांग्रेस का “विसर्जन” करार दिया। पूरे रैली मार्ग में उनके खिलाफ विरोध के पोस्टर लगे देखे गए। कार्यक्रम में न केवल भीड़ जुटाने में असफलता रही बल्कि बड़े नेताओं की अनुपस्थिति ने पार्टी संगठन की अंदरूनी खींचतान को भी उजागर कर दिया।