देशभर के शिक्षाविदों का डेली कॉलेज में जुटान, मास्टर ट्रेनर्स कार्यशाला शुरू

डेली कॉलेज परिसर में आज 20 दिसंबर से 22 दिसंबर तक तीन दिवसीय मास्टर ट्रेनर्स कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस शैक्षणिक आयोजन में देशभर से लगभग 200 शिक्षक और विद्यालयों के प्राचार्य भाग ले रहे हैं। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षा के बदलते स्वरूप, नई शिक्षण पद्धतियों और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर गहन चर्चा करना है।

देश के प्रतिष्ठित शिक्षाविद करेंगे मार्गदर्शन

इस कार्यशाला में देश के कई जाने-माने शिक्षाविद और विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे। प्रमुख वक्ताओं में कर्नल ए. शेखर, प्रीति विक्रम, कर्नल गोपाल करुणाकरण, प्रभा दीक्षित, लता मुथुकृष्णन, बालाजी रामानुजम, पूजा गुप्ता, विक्रमजीत सिंह रूपराय, भवानीशंकर सुब्रमणियन, फैज़ खान, लीना अशर, एम. वी. एम. वेलमुरुगन, डॉ. भ्रमजोत कौर, अमृता बर्मन, रूबल और शिखा टली जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं। ये सभी विशेषज्ञ चयनित विषयों पर अपने अनुभव और दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे।

उद्घाटन सत्र में कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत

कार्यशाला का उद्घाटन सत्र आज अपराह्न 2.30 बजे डेली कॉलेज परिसर में आयोजित किया गया। इस अवसर पर कॉलेज की प्राचार्या डॉ. गुनमीत बिंद्रा और स्कू न्यूज़ के संस्थापक श्री रवि संतलानी ने उपस्थित प्रतिभागियों को कार्यशाला के उद्देश्यों, स्वरूप और महत्व की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने आमंत्रित शिक्षाविदों का परिचय देते हुए बताया कि यह कार्यशाला शिक्षकों के लिए किस तरह उपयोगी सिद्ध होगी।

मास्टर क्लास में शिक्षा के विविध पहलुओं पर मंथन

उद्घाटन सत्र के बाद डेली कॉलेज परिसर में मास्टर क्लासेस का आयोजन किया गया, जिनमें शिक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर गहन विमर्श हुआ। इन सत्रों में विद्यार्थियों की रचनात्मकता को बढ़ावा देने, टीमवर्क और प्रयोगात्मक सीख, परियोजनाओं के माध्यम से ज्ञान अर्जन, विषयों के गहन विश्लेषण और अवधारणाओं की स्पष्टता पर चर्चा की गई।

भावनात्मक विकास और आधुनिक चुनौतियों पर फोकस

कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों की भावनात्मक चुनौतियों, पाठ्यक्रम के उद्देश्यों और लक्ष्यों, सीखने की वैज्ञानिक प्रक्रिया, शिक्षण कार्य योजना और विभिन्न विषयों के आपसी समन्वय जैसे मुद्दों पर भी विस्तार से बातचीत हुई। इसके साथ ही रचनात्मक और आलोचनात्मक सोच के विकास, स्क्रीन पर अधिक समय बिताने से होने वाले दुष्प्रभाव और उनके समाधान, तथा शिक्षाविदों के लिए सेवा और नेतृत्व के नए लक्ष्यों पर भी गंभीर चर्चा की गई।

शिक्षा जगत के लिए एक महत्वपूर्ण मंच

डेली कॉलेज में आयोजित यह मास्टर ट्रेनर्स कार्यशाला शिक्षकों और प्राचार्यों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो रही है, जहां वे न केवल नई शिक्षण विधियों से परिचित हो रहे हैं, बल्कि शिक्षा को अधिक प्रभावी और छात्र-केंद्रित बनाने के लिए व्यावहारिक अनुभव भी साझा कर रहे हैं।