स्वतंत्र समय, ग्वालियर
ग्वालियर व्यापार मेले में रविवार की रात झूला सेक्टर में गंभीर हादसा हुआ। नाव झूले में कॉर्नर पर बैठी 40 वर्षीय महिला 15 फीट की ऊंचाई से नीचे आ गिरी। वे गंभीर रूप से घायल हुई है। उन्हें झूला संचालक ने एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। जहां महिला गिरी थीं, वहां एक लोहे का पाइप भी टूट गया है। ऐसा पता लगा है कि झूले वाला महिला का परिचित है। रविवार की वजह से झूला ओवरलोड था। झूला संचालक ने उन्हें भीड़ में झूले पर चढ़ा दिया। इससे यह हादसा हो गया। फिलहाल पुलिस के पास सूचना तो पहुंची है, लेकिन शिकायत नहीं आई है।
शहर के उपनगर मुरार वंशीपुरा निवासी 40 वर्षीय रेहाना पत्नी जमीन खान रविवार को ग्वालियर व्यापार मेला घूमने के लिए पहुंची थीं। शाम 7 से रात 9 बजे के बीच झूला सेक्टर में ही एक लाख से ज्यादा सैलानी थे। ऐसे में झूला सेक्टर नाव वाला झूला ओवरलोड चल रहा था। यहां रेहाना भी पहुंच गई। झूला पहचान वाले का था, इसलिए उसने भीड़ में ही उन्हें चढ़ा दिया। रेहाना कॉर्नर की तरफ बैठी हुई थीं। कुछ ही देर में झूले की राइड शुरू हो गई। कॉर्नर पर बैठी रेहाना को चक्कर आए और वह झूले से नीचे आ गिरीं। जहां वह गिरीं, वहां से झूले में जाने वाले एंट्री लेते हैं। वहां एक पाइप भी उखडक़र टूटा है। महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है। घटना पर हंगामा मच गया, लेकिन इससे पहले पुलिस आती झूला संचालक ने महिला को हॉस्पिटल पहुंचा दिया। महिला का पति पेंटर है। झूला संचालक ही महिला के इलाज की सारी जिम्मेदारी ले रहा है।
न कोई बेल्ट, न ग्रिप
नाव झूला में बैठने वालों की सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं होता है। यहां झूला झूलने आने वाले सैलानियों को अपने सामने सीट पर लगी पाइप को कसकर पकडक़र रखना होता है। यदि किसी को चक्कर आ गए और वह खुद को नहीं संभाल सका तो इस तरह का हादसा हो जाता है। नाव झूला में सैलानियों के लिए न तो कोई सीट बेल्ट था, न ही कोई ग्रिप, जबकि अन्य झूलों में सुरक्षा के लिए बेल्ट रहता है।
सूचना मिलने पर निरीक्षण करने पहुंचे थे
इस मामले में मेला प्रभारी व एसडीओपी बेहट संतोष पटेल का कहना है कि सूचना मिलने पर झूला सेक्टर पहुंचे थे। रविवार को काफी भीड़ थी। जिस महिला के साथ घटना हुई है, वह शिकायत करने को तैयार नहीं है। फिर भी हमने झूलों पर सुरक्षा के मानकों को चेक किया है।