13 साल बाद इंदौर में हुई विहिप और दूसरे हिन्दू संगठनों की बैठक |

5000 लड़कियों की घर वापसी करवाई और वापस लौटने वाले मुस्लिमों का होगा स्वागत

इंदौर- लगभग 13 साल बाद इंदौर में हिन्दू समागम दिखा। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और अन्य हिन्दू संगठनों की बैठक इंदौर में हुई। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने बताया कि बैठक में मंदिरों के सरकारी नियंत्रण से मुक्ति, धर्मांतरण, लव जिहाद, मुस्लिम घुसपैठ, जनसंख्या असंतुलन, बढ़ती इस्लामिक जिहादी हिंसा एवं गौ हत्या रोकने के विषयों पर योजना बनाएंगे। उन्होंने कहा कि 3 महीनों में 100 से अधिक हिंदू कन्याओं की वापसी (जो लव जिहाद में बलि चढ़ जाती है) हुई है। जिहादी इस्लाम को समाप्त करना चाहिए।
ये बैठक इंदौर के बायपास स्थित अग्रसेन भवन में चल रही है। बैठक में सभी हिंदू संगठनों द्वारा लव जिहाद, धर्मांतरण, मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्ति, मुस्लिम घुसपैठ व अन्य कई मुद्दों को लेकर बैठक आयोजित की जा रही है। बैठक के पहले दिन विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे।

बैठक के पहले दिन विश्व हिंदू परिषद द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने पत्रकारों से चर्चा में बताया की संपूर्ण देश भर में 5000 हिंदू कन्याओं की घर वापसी (जो लव जिहाद में बलि चढ़ जाती है) हुई है। वहीं इंदौर में बीते 3 महीनों में 100 से अधिक हिंदू कन्याओं की वापसी हुई है। लव जिहाद को लेकर उन्होंने कहा की यह संकट बहुत बड़ा है। घटनाएं बढ़ी हैं लेकिन उसका निदान भी बढ़ा है। लव जिहाद के कानून को लेकर उन्होंने कहा कि राज्यों के साथ-साथ केंद्र में भी यह कानून आना चाहिए। साध्वी प्रज्ञा द्वारा दिए गए बयान को लेकर उन्होंने कहा कि वह उनका निजी बयान है लेकिन देश में हिंदुओं को जागरूक होना पड़ेगा।

मिलिंद परांडे केंद्रीय महामंत्री विश्व हिन्दू परिषद ने बताया कि जो ईसाई-मुसलमान हिंदू धर्म में लौटना चाहते हैं उनके स्वागत के कार्यक्रम देशभर में संपन्न हो रहे हैं। पूरे देश भर में 1 लाख 23 हजार से अधिक गांव तक विश्व हिंदू परिषद कि पहुंच हित चिंतकों के माध्यम से पहुंची है। जो चुनौतियां हमारे सामने हैं वह इस्लामी जेहादी हिंसा है, ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण के षड्यंत्र है, लव जिहाद जैसे षड्यंत्र है, गो हत्या है, ऐसे अनेक चुनौतियों के बारे में इस बैठक में विचार होगा और इनको उत्तर देने के लिए और इनको प्राप्त करने के लिए कार्य योजना के ऊपर भी विचार यहां पर होगा। यह जो एक अभियान हुआ है, इसमें पूरे देशभर में 15 लाख से अधिक माता भगिनी और 35 लाख से अधिक युवक विश्व हिंदू परिषद के साथ में है। दुर्गा वाहिनी के माध्यम से नए तरीके से युवा जुड़ा है।

मिलिंद परांडे केंद्रीय महामंत्री विश्व हिन्दू परिषद ने बताया कि सरकारी नियंत्रण जो मंदिरों के ऊपर हैं, इससे मंदिरों के मुक्ति कैसे की जाए। वक्फ बोर्ड जैसे प्रश्न है ऐसे अनेक विषयों पर बैठक में सब लोग मिलकर विचार करेंगे। 2 साल में विश्व हिंदू परिषद को 60 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। अभी विश्व हिंदू परिषद के कार्य का तंत्र 29 देशों में है। अनेक नए देशों में विश्व हिंदू परिषद का कार्य कैसे प्रारंभ होगा इसके बारे में भी हम विचार करेंगे

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