भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद फूट-फूटकर रो पड़ा पाकिस्तानी सांसद, कहा- ‘या खुदा, आज हमें बचा ले’

भारत द्वारा हाल ही में किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद पाकिस्तान में घबराहट और डर का माहौल है। इस घबराहट की एक झलक पाकिस्तान की संसद में देखने को मिली, जहां सांसद ताहिर इकबाल बहस के दौरान फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने कहा, “या खुदा, आज हमें बचा ले। अल्लाह हमारे मुल्क की हिफाजत करे और हमें एकजुट रखे।” यह बयान साफ दर्शाता है कि भारत की जवाबी कार्रवाई का मनोवैज्ञानिक असर पाकिस्तान पर कितना गहरा पड़ा है।

पाकिस्तान की नाकाम हमला करने की कोशिश

भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद भी पाकिस्तान ने 7 और 8 मई की रात एक और दुस्साहस किया। पाकिस्तानी सेना ने ड्रोन और मिसाइलों के जरिए भारत के लगभग 15 शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की। जिन शहरों पर हमला किया गया उनमें अमृतसर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, बठिंडा, चंडीगढ़, पठानकोट, श्रीनगर, अवंतीपोरा, आदमपुर, फलोदी और भुज जैसे प्रमुख स्थान शामिल थे।

हालांकि भारत पहले से सतर्क था। भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों और काउंटर-यूएएस सिस्टम ने सभी मिसाइलों और ड्रोन हमलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ। यह पाकिस्तान की एक और नाकाम साजिश साबित हुई।

भारत का सटीक जवाब, पाकिस्तान को भारी नुकसान

पाकिस्तान की इस दुस्साहसी कोशिश का भारत ने भी उसी तीव्रता से जवाब दिया। सुबह होते ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर स्थित कई वायु रक्षा रडार और सैन्य प्रणालियों को निशाना बनाया। विश्वसनीय जानकारी के अनुसार, लाहौर में स्थित एक प्रमुख वायु रक्षा प्रणाली को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया गया है। यह भारत की क्षमता और तैयारियों का प्रमाण है।

पाकिस्तान की बयानबाजी में आया बदलाव

ऑपरेशन सिंदूर और भारत की रणनीतिक प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान की भाषा भी बदलने लगी है। जहां पहले परमाणु हमले की धमकी दी जा रही थी, वहीं अब सुलह और शांति की बातें होने लगी हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक विदेशी मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि “हम युद्ध नहीं चाहते, बल्कि तनाव को कम करना चाहते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत पीछे हटता है तो पाकिस्तान भी कदम पीछे ले सकता है।

भारत का संदेश साफ: हमला होगा, तो जवाब मिलेगा

भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर केवल एक शुरुआत है—यदि पाकिस्तान उकसावे की नीति अपनाता रहा, तो उसे हर कदम पर सटीक और मजबूत जवाब मिलेगा।