पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने लिए ये फैसले, खुद ही तैयार कर लिया अपनी तबाही का खाका

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जहां सख्त कूटनीतिक रुख अपनाया, वहीं पाकिस्तान ने भी अब जवाबी मोर्चा खोल दिया है। इस्लामाबाद में बुलाई गई आपातकालीन बैठक में पाकिस्तान ने जो फैसले लिए हैं, वे न सिर्फ रिश्तों को और कड़वा कर सकते हैं, बल्कि खुद पाकिस्तान के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं।

भारत ने आतंकी हमले के बाद सीधे-सीधे पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए सिंधु जल समझौते पर पुनर्विचार और अन्य कड़े कदमों की घोषणा की। भारत का आरोप है कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को बढ़ावा देता आ रहा है।

पाकिस्तान का जवाब: “हर कदम का देंगे मुंहतोड़ जवाब”

पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपात बैठक के बाद ऐलान हुआ कि अगर भारत ने “आक्रामकता” नहीं छोड़ी, तो पाकिस्तान भी शिमला समझौते समेत सभी द्विपक्षीय समझौतों को रद्द करने पर विचार करेगा। इसके साथ ही भारत की कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन करार दिया गया।

सिंधु जल समझौते पर बवाल

पाकिस्तान का कहना है कि सिंधु जल संधि विश्व बैंक की मध्यस्थता से बनी एक अंतरराष्ट्रीय संधि है और भारत इसे एकतरफा तरीके से निलंबित नहीं कर सकता। पाकिस्तान ने चेतावनी दी कि यदि भारत पानी रोकता है या मोड़ता है, तो इसे युद्ध जैसी कार्यवाही मानी जाएगी।

वाघा बॉर्डर सील, राजनयिकों पर कार्रवाई

पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए:

  • वाघा बॉर्डर को पूरी तरह बंद किया गया।
  • भारत के सैन्य, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को देश छोड़ने का आदेश।
  • भारतीय उच्चायोग में स्टाफ की संख्या घटाकर 30 कर दी गई।

एयरस्पेस किया ब्लॉक, वीजा रद्द

पाकिस्तान ने भारत के लिए अपना एयरस्पेस पूरी तरह बंद कर दिया है। भारतीय विमानों को अब पाकिस्तान की सीमा से होकर उड़ने की इजाज़त नहीं होगी।
साथ ही, SAARC वीज़ा छूट योजना के तहत जारी भारतीय नागरिकों के सभी वीजा रद्द कर दिए गए हैं। केवल सिख तीर्थयात्रियों को इससे छूट मिली है।

भारत को बताया पाकिस्तान को ‘आतंक समर्थक’

NSC की बैठक में भारत पर आतंकवाद को शह देने और मानवाधिकार हनन करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए। पाक सरकार ने कुलभूषण जाधव का नाम लेते हुए कहा कि उसके पास भारत के खिलाफ “अपरिहार्य सबूत” हैं।

पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की बात कही है। उसका कहना है कि भारत के हालिया कदमों से क्षेत्रीय शांति खतरे में है और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचार भी दुनिया की नजरों में लाए जाएंगे।