Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के बाद हालात बेहद दर्दनाक हो गए हैं। मेडिकल व्यवस्थाओं पर दबाव इस कदर बढ़ गया है कि अस्पतालों में स्ट्रेचर तक कम पड़ गए हैं। मजबूरन लोग अपने परिजनों के शवों को ठेले या हाथगाड़ी पर रखकर अस्पताल पहुंचा रहे हैं। दृश्य बेहद भावुक और झकझोर देने वाले हैं।
स्ट्रेचर की भारी कमी, प्रशासन पर उठे सवाल
फ्लाइट क्रैश के बाद घायल और मृतकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में आपातकालीन सेवाएं चरमरा गई हैं। बीजे मेडिकल कॉलेज और सिविल अस्पताल में स्ट्रेचर न होने के कारण लोगों को शवों को लकड़ी के तख्तों और ठेलों पर रखकर लाना पड़ रहा है, जिससे प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं।
अस्पतालों में अफरातफरी, हर तरफ चीख-पुकार
हादसे के बाद अस्पतालों में गंभीर स्थिति बनी हुई है। एक ओर घायलों के इलाज की होड़ है, वहीं दूसरी ओर मृतकों के शवों को व्यवस्थित ढंग से ले जाने की चुनौती सामने है। परिजन बेसुध हालत में अपनों को ठेले पर अस्पताल ले जाते देखे गए। मदद करने वालों की आंखें भी नम हो गईं।
मानवता शर्मसार, व्यवस्था लाचार
कई चश्मदीदों ने बताया कि वे शवों को उठाने के लिए स्ट्रेचर ढूंढते रहे, लेकिन अस्पतालों में कोई इंतजाम नहीं मिला। ऐसे में आसपास के लोग खुद के ठेले और गाड़ियां लेकर आए और शवों को अस्पताल पहुंचाया। हादसे की भयावहता के बीच यह मानवीय पीड़ा हर किसी को झकझोर रही है।
हादसे के बाद शवों की पहचान भी मुश्किल
अस्पताल प्रशासन के अनुसार, कई शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि उनकी पहचान करना भी मुश्किल हो गया है। डीएनए टेस्ट की तैयारी की जा रही है। मृतकों के परिजनों को शिनाख्त के लिए बुलाया जा रहा है, लेकिन उनके लिए यह प्रक्रिया और भी भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण बन गई है।