अहमदाबाद में 12 जून को लंदन जा रहे एअर इंडिया के विमान AI-171 की दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी की गई 15 पन्नों की रिपोर्ट में बताया गया कि टेकऑफ के महज तीन सेकंड बाद दोनों इंजनों को ईंधन की आपूर्ति अचानक रुक गई, जिससे वे बंद हो गए और विमान नीचे गिरने लगा।
तीन सेकंड में फ्यूल सप्लाई बंद, दोनों इंजन हुए फेल
जांच रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान भरने के तीन सेकंड के भीतर फ्यूल कंट्रोल स्विच एक के बाद एक “रन” से “कटऑफ” मोड में चले गए। इसके चलते दोनों इंजनों को ईंधन मिलना बंद हो गया और वे फेल हो गए। यह तकनीकी घटना उस वक्त हुई जब बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ की प्रक्रिया में था।
कॉकपिट में पायलट के बीच सवाल-जवाब, रहस्य बरकरार
रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर का हवाला देते हुए बताया गया कि एक पायलट दूसरे से पूछता है – “तुमने फ्यूल क्यों बंद किया?” जवाब में दूसरा पायलट कहता है – “मैंने कुछ नहीं किया।” हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह बातचीत किस पायलट ने की और “मेडे, मेडे, मेडे” संदेश किसने भेजा।
विमानन विशेषज्ञों की राय: गलती से स्विच हिलना असंभव
विमानन सुरक्षा विशेषज्ञ जान कॉक्स ने रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि फ्यूल कंट्रोल स्विच इतने सुरक्षित तरीके से बनाए जाते हैं कि वे गलती से नहीं हिल सकते। उन्होंने कहा, “ये स्विच टक्कर से नहीं हिलते, इन्हें जानबूझकर ही सक्रिय करना होता है।”
विमानन मंत्री का बयान: पारदर्शी जांच सुनिश्चित
नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने मुंबई में मीडिया से कहा कि AAIB मामले की जांच पूरी पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ कर रहा है। उन्होंने कहा, “हम किसी तरह की जल्दबाज़ी नहीं करेंगे। जांच एजेंसी को स्वतंत्र रूप से कार्य करने दें।”
भीषण हादसा: 242 में से 241 की गई जान
यह हादसा 12 जून को हुआ था जब AI-171 विमान अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था। उड़ान भरने के 35 सेकंड के भीतर ही यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 लोगों की मौत हो गई। केवल एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बच पाया।
फ्यूल कंट्रोल स्विच: कैसे काम करते हैं?
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान में फ्यूल कंट्रोल स्विच का इस्तेमाल इंजन को स्टार्ट और शटडाउन करने के लिए किया जाता है। ये स्विच थ्रॉटल लीवर के नीचे स्थित होते हैं और इन्हें किसी भी अवस्था में हिलाना बहुत सावधानीपूर्वक किया जाता है। इनके चारों ओर सुरक्षा ब्रैकेट लगे होते हैं ताकि वे गलती से ना हिल सकें।
अब क्या आगे?
AAIB द्वारा जारी की गई यह प्रारंभिक रिपोर्ट है। पूरी जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि फ्यूल कंट्रोल स्विच कटऑफ मोड में कैसे गए—क्या यह मानवीय गलती थी, तकनीकी खामी थी, या किसी और कारण से यह दुर्घटना घटी।