राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा लगातार खतरनाक स्थिति में पहुंचती जा रही है। पूरे शहर को घना स्मॉग अपनी गिरफ्त में लिए हुए है, जिससे लोगों की आंखों में तेज जलन और सांस लेने में तकलीफ बढ़ गई है। हवा की गुणवत्ता इतनी बिगड़ गई है कि मानो वातावरण में जहरीला धुआं घुल गया हो।
UP के जिलों में भी प्रदूषण का कहर तेज
दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई जिले भी खराब वायु गुणवत्ता की चपेट में हैं। खासकर नोएडा और गाजियाबाद में हालात ज्यादा गंभीर बने हुए हैं, जहां पिछले कुछ दिनों से AQI लगातार 400 के पार दर्ज किया जा रहा है। यह स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है।
नोएडा-गाजियाबाद में डीजल ऑटोरिक्शा पर पूर्ण प्रतिबंध
बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए यूपी सरकार ने कड़ा कदम उठाया है। सरकार ने घोषणा की है कि नोएडा और गाजियाबाद में अब डीजल ऑटोरिक्शा का संचालन पूरी तरह से बंद रहेगा। यह निर्णय वायु गुणवत्ता सुधारने और जहरीली हवा से राहत दिलाने के उद्देश्य से लिया गया है।
प्रदूषण रोकने के लिए तैयार हुआ विशेष एक्शन प्लान
एनसीआर से जुड़े यूपी के जिलों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए सरकार ने एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की है। इसमें प्रमुख रूप से सड़क विकास कार्यों में धूल कम करने के उपाय, मैकेनिकल सफाई मशीनों की संख्या बढ़ाना, और बड़े स्तर पर सफाई अभियान चलाना शामिल है। सरकार का मानना है कि चरणबद्ध तरीके से लागू किए जा रहे इन प्रतिबंधों और सफाई अभियानों से आने वाले समय में प्रदूषण स्तर में स्पष्ट सुधार देखने को मिलेगा।
खस्ताहाल एयर क्वालिटी: आंकड़े बताते हैं गंभीर स्थिति
नोएडा में शनिवार सुबह AQI 394 दर्ज किया गया, जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। इसके ऊपर छाए स्मॉग ने हालात को और बिगाड़ दिया है। वहीं गाजियाबाद में स्थिति और भी चिंताजनक रही, जहां शनिवार सुबह AQI 422 रिकॉर्ड किया गया। यह स्तर सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है।