धनंजय मुंडे : बीड के सरपंच हत्या मामले में फंसे पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे को लेकर डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि अगर जांच में मुंडे निर्दोष साबित होते हैं तो उन्हें दोबारा मौका दिया जाएगा। सरपंच की हत्या के केस में धनंजय मुंडे ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके खिलाफ कृषि मंत्री के दौरान घोटाले का आरोप लगा था, लेकिन कोर्ट ने वह याचिका खारिज कर दी। अजित पवार ने कहा कि उन्हें काफी मानसिक दबाव सहना पड़ा। अभी एक और मामले की जांच चल रही है, उसके परिणाम आने के बाद ही आगे कदम उठाए जाएंगे।
बीड में सरपंच हत्या मामला सुर्खियों में
नौ दिसंबर 2024 को संतोष देशमुख का अपहरण हुआ, उनके साथ मारपीट की गई और बाद में उनकी हत्या कर दी गई। वह जिले में एक ऊर्जा कंपनी से जबरन पैसे वसूलने को रोकना चाहते थे। हत्या से पहले की मारपीट की तस्वीरें-वीडियो सामने आए, जिन्हें सीआईडी ने चार्जशीट में जोड़ा है। ये वीडियो वायरल होने के बाद लोगों में गुस्सा फैल गया। इसके बाद धनंजय मुंडे ने चार मार्च को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
दौंड गोलीकांड पर प्रशासन सख्त, कार्रवाई के आदेश जारी
अजित पवार ने कहा कि दौंड गोलीबारी मामले में कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। इस मामले में आरोपियों में राकांपा विधायक शंकर मांडेकर का भाई भी शामिल है। पवार ने बताया कि एक व्यक्ति का गलत व्यवहार होने से पूरी पार्टी का अपमान नहीं होता। 21 जुलाई को दौंड के यवत के पास अंबिका लोक कला केंद्र में लोक नृत्य कार्यक्रम के दौरान बालासाहेब मांडेकर और अन्य ने हवा में गोली चला दी।
समीक्षकों ने कहा, यह फैसला बेहद गलत है
महाराष्ट्र एनसीपी (शरद) के अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने कहा कि धनंजय मुंडे को सरकार में वापस लाना गलत होगा। यह पार्टी का फैसला है। बीड में मरे महादेव मुंडे की पत्नी न्याय की मांग कर रही है और उसने आत्महत्या की कोशिश भी की है। इससे पता चलता है कि सरकार न्याय देने में गंभीर नहीं है। महादेव मुंडे को 19 अक्टूबर 2023 को पकड़ लिया गया था, और तीन दिन बाद उनका शव मिला था। उनकी पत्नी ने आरोपी पकड़ने में हुई देरी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।