आकाश आनंद : बसपा में वापसी के बाद आकाश आनंद ने अपनी दूसरी सियासी पारी की शुरुआत बिहार से की है। हालांकि, उनका असली इम्तिहान उत्तर प्रदेश की राजनीति में होगा। माना जा रहा है कि मायावती उन्हें रणनीति के तहत पहले बिहार में उतार रही हैं, ताकि आगे यूपी में भी सक्रिय भूमिका दी जा सके। पटना के कार्यक्रम में मायावती ने जिस तरह से आकाश को पेश किया, उससे साफ है कि जल्द ही यूपी में भी उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी। बिहार चुनाव को देखते हुए आकाश को जातियों को जोड़ने और भाईचारा मजबूत करने की जिम्मेदारी मिली है।
आकाश आनंद की छवि गढ़ने की रणनीति शुरू
बसपा आकाश को जनता के सामने एक परिपक्व नेता की छवि में लाने की कोशिश कर रही है। माना जा रहा है कि मायावती उन्हें अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव में यूपी की राजनीति में उतार सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक, मायावती ने आकाश को बिहार में इसलिए उतारा है ताकि वह उनके भाषण देने के तरीके और लोगों की प्रतिक्रिया को समझ सकें। इससे आकाश के राजनीतिक भविष्य की योजना बनाई जा सके। इसी कारण मायावती ने बिहार के कार्यक्रम में आकाश के साथ भरोसेमंद नेता और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को भी शामिल किया है।
विश्वास जीतने की राह पर सक्रिय
सूत्रों के मुताबिक, बिहार विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी देकर मायावती ने आकाश आनंद को एक बड़ा मौका दिया है, ताकि वह यूपी की राजनीति में आने से पहले तैयार हो सकें। बिहार में हुए कार्यक्रम में आकाश ने नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला, जिससे साफ है कि वह खुद को साबित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। दोबारा पार्टी में लौटने के बाद आकाश अब यह दिखाना चाहते हैं कि वे भरोसेमंद नेता हैं। इसलिए वे अपने भाषणों पर ध्यान दे रहे हैं और मायावती की तरह बसपा के समर्थकों में विश्वास बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।