अखिलेश यादव बोले– भागवत कथा सभी के लिए, सुनने पर सवाल क्यों?

अखिलेश यादव : सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ प्रभावशाली लोग भागवत कथा पर अपना अधिकार बनाए रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इटावा में कथावाचक के साथ मारपीट इसी सोच का नतीजा है। अगर सभी लोग भागवत कथा सुन सकते हैं, तो किसी को सुनाने से रोका क्यों जा रहा है? उन्होंने सवाल किया कि अगर किसी सच्चे कृष्ण भक्त को कथा कहने से रोका जाएगा, तो यह अपमान कौन सहेगा? अखिलेश ने यह भी कहा कि ऐसे प्रभुत्ववादी लोग खुलकर कहें कि वे पीडीए समुदाय का दिया दान या चढ़ावा नहीं लेंगे। यह बयान उन्होंने सपा मुख्यालय में दिया।

भाजपा शासन को अखिलेश ने बताया क्रूर और तानाशाही वाला

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार न तो संवेदनशील है और न ही लोकतांत्रिक। अगर निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई हो, तो कई घटनाएं ही न हों। उन्होंने कहा कि अगर संविधान और प्रस्तावना के आधार पर फैसले हों, तो गरीबों, गांव के लोगों और अल्पसंख्यकों को सम्मान मिलेगा। भाजपा सरकार में पीडीए वर्ग को न्याय नहीं मिल रहा है। वर्चस्ववादी लोग उनका अपमान कर रहे हैं और सरकार का साथ पाकर और भी ताकत में हैं। समानता की लड़ाई जारी रहेगी।

कथावाचकों के योगदान को मिला सम्मान

सपा कार्यालय में अखिलेश यादव ने पीड़ित कथावाचकों को सम्मानित किया। उन्होंने हर कथावाचक को 21-21 हजार रुपये की मदद दी। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी की तरफ से यह भी घोषणा की गई कि सभी कथावाचकों को आगे 51-51 हजार रुपये दिए जाएंगे। इस सम्मान और आर्थिक सहायता का मकसद कथावाचकों के आत्मसम्मान को बनाए रखना और उनके साथ हुए अन्याय के खिलाफ समर्थन दिखाना था। कार्यक्रम में कई कार्यकर्ता और पार्टी नेता मौजूद थे।