Liquor Ban In Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने धार्मिक और पवित्र स्थलों को लेकर ऐतिहासिक फैसला लिया है। महेश्वर में आयोजित कैबिनेट बैठक में 17 धार्मिक नगरों में शराबबंदी लागू करने का निर्णय लिया गया। इस फैसले के तहत उज्जैन, ओंकारेश्वर, मैहर, खजुराहो, महेश्वर, जबलपुर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों में शराब की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाई जाएगी।
आज महेश्वर में लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी के 300वें जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित कैबिनेट बैठक का शुभारंभ राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम्” गायन के साथ हुआ।#महेश्वर_में_एमपी_कैबिनेट pic.twitter.com/3awZdvs5JA
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 24, 2025
धार्मिक नगरों में शराबबंदी का ऐलान
सरकार ने घोषणा की है कि इन 17 पवित्र स्थानों को शराब मुक्त किया जाएगा। यह फैसला धार्मिक आस्था और सामाजिक सुधार के दृष्टिकोण से लिया गया है।
शराबबंदी लागू होने वाले कुछ प्रमुख नगर:
- उज्जैन (महाकाल मंदिर)
- ओंकारेश्वर (ज्योतिर्लिंग)
- मैहर (मां शारदा मंदिर)
- खजुराहो (प्रसिद्ध मंदिर समूह)
- महेश्वर (नर्मदा घाट और ऐतिहासिक महत्व)
- मंदसौर (पशुपतिनाथ मंदिर)
- सांची (बौद्ध स्तूप)
नर्मदा तट पर भी लागू रहेगा प्रतिबंध
सरकार ने स्पष्ट किया है कि नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर 5 किलोमीटर के दायरे में पहले से लागू शराबबंदी नीति जारी रहेगी। यह कदम नर्मदा नदी की पवित्रता बनाए रखने के लिए लिया गया है।
धार्मिक स्थलों के अनुसार नगरों की सूची
नगर पालिका क्षेत्र:
- दतिया (मां पीतांबरा पीठ)
- पन्ना (जुगल किशोर मंदिर)
- मंडला (नर्मदा घाट)
- मूलताई (ताप्ती नदी का उद्धम स्थल)
नगर परिषद क्षेत्र:
- ओंकारेश्वर (ज्योतिर्लिंग)
- महेश्वर (प्रसिद्ध नर्मदा घाट और प्राचीन मंदिर)
- चित्रकूट (रामघाट)
- अमरकंटक (नर्मदा का उद्गम स्थल)
ग्राम पंचायत क्षेत्र:
- सलकनपुर (बिजासन माता मंदिर)
- कुंडलपुर (प्रसिद्ध जैन मंदिर)
- बांदकपुर (देव श्री जागेश्वर नाथ मंदिर)
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस फैसले को राज्य के धार्मिक और सामाजिक वातावरण के लिए ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय प्रदेश के पवित्र स्थलों की गरिमा को बनाए रखने में मील का पत्थर साबित होगा। इसके अलावा, बैठक में मंत्रियों को विशेष परिस्थितियों में विभागीय तबादले करने की अनुमति भी दी गई।