Alan Coaching मामला : टीचर्स बोले- जो नाम 36 साल में बनाया है उसे खत्म होने में देर नहीं लगेगी

स्वतंत्र समय, इंदौर

एलन कोचिंग ( Alan Coaching ) द्वारा सैलरी में की गई कटौती से टीचर्स अभी उबरे भी नहीं थे कि एलन प्रमुख राजेश माहेश्वरी के एक वीडियो ने उनके जख्मों पर नमक लगाने का काम कर दिया है। टीचर्स ने वीडियो के जवाब में पत्र लिखकर माहेश्वरी को उसी की भाषा में समझाया है। दो टूक शब्दों में चेतावनी देते हुए टीचर्स ने पत्र में लिखा है कि आपको पैसे के अहंकार का नशा चढ़ गया है। हमारे काम से जो नाम आपने 36 साल में बनाया है उसे खत्म होने में ज्यादा देर नहीं लगेगी। एक-एक कर हम सभी आपको छोड़ देेंगे।

Alan Coaching मैनेजमेंट ने टीचर्स के वेतन में कटौती की

असल में इस साल कोटा में स्टूडेंट्स की संख्या में कमी आने पर एलन कोचिंग ( Alan Coaching ) मैनेजमेंट ने टीचर्स के वेतन में 30 फीसदी की कटौती कर दी है। टीचर्स इससे नाराज चल ही रहे थे कि एलन प्रमुख राजेश माहेश्वरी ने एक वीडियो जारी कर दिया है, इस वीडियो के बाद मैनेजमेंट और टीचर्स के बीच तू-तू-मैं-मैं के हालात बन गए हैं। माहेश्वरी के वीडियो के जवाब में टीचर्स ने पत्र भेजा है, जिसमें हाईसैलरी को लॉटरी बताने पर टीचर्स ने नाराजगी जताते हुए माहेश्वरी को तीखे शब्दों में बिंदुवार जवाब दिया है। टीचर्स ने माहेश्वरी से सीधे शब्दों में कहा है कि कटौती वापस लें और अपने शब्दों के लिए माफी मांगें।

इसलिए उठा विवाद

इस साल फायदे में रहने और अच्छा रिजल्ट होने के बाद भी एलन कोचिंग ने टीचर्स की सैलरी में 30 प्रतिशत तक की कटौती कर दी। कटौती की वजह बताई, इस साल कोटा में स्टूडेंट्स के रजिस्ट्रेशन में कमी। इस कटौती को कोचिंग ने वैरिएबल भी बताया है। वैरिएबल यानी, वेतन में हर माह कटौती की जाएगी और साल के अंत में कोचिंग की इच्छा हुई तो टीचर्स को यह कटी हुई सैलरी वापस भी मिल सकती है। कोचिंग की इच्छा नहीं हुई तो यह पैसा डूबत खाते में चला जाएगा। इससे सारे टीचर्स नाराज हो गए हैं और कोचिंग छोडऩे का मन बनाने लगे हैं।

लॉटरी से फूटा गुबार

कोचिंग के इस फैसले से टीचर्स की नाराजगी की खबर आते ही एलन प्रमुख राजेश माहेश्वरी ने एक वीडियो के जरिए अपनी बात टीचर्स तक पहुंचाई। मगर उनके शब्दों ने टीचर्स का गुस्सा और भडक़ा दिया। असल में माहेश्वरी ने वीडियो में कहाकि सैलरी में कटौती सभी लोग गंभीरता से लें। ध्यान रखें कि एजुकेशनल व कोचिंग सेंटर का एक करेक्शन हुआ है। जो वैरिएबल अमाउंट है, वह वापस लें। इसके लिए जी जान लगाकर एलन पर काम करें। कोटा की जो ग्रेविटी कम हुई है इसे वापस लेना है। पूरे भारत में स्थापित करना है। पॉजीटिव रहें, किसी का पैकेज अभी भी ज्यादा था, समझ लीजिए वह लॉटरी के रूप में ज्यादा मिलता था। एलन लंबे समय तक काम करने में भरोसा रखता है जो लॉटरी के रूप में ज्यादा मिल जाता है उसकी लाइफ ज्यादा नहीं होती है। इसके लिए यह व्यवस्था की है। एलन अच्छा करेगा। एक-दो साल का टफ दौर है, पार हो जाएगा।

टीचर्स बोले लॉटरी तो आपकी लगी है…

सभी टीचर्स ने माहेश्वरी के वीडियो मैसेज को अपने जख्मों पर नमक मानते हुए उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है। टीचर्स ने अपने पत्र में पुरानी बातों का उल्लेख करते हुए माहेश्वरी को निशाने पर ले लिया है। शिक्षकों ने लिखा है कि-

  1. जब आपके भाई आदरणीय बीएम सर ने आपके कोचिंग को निस्वार्थ भाव से ज्वाइन किया और एलन के एकैडिमिक्स को बेहतरीन किया। हाल ही में एलन एल्युमिनी मीट में डाक्टर्स बीएम सर का नाम लेते हुए उनकी शिक्षा और गाइडेंस की बढ़ाई करते हुए थक नहीं रहे थे।
  2. लॉटरी तो आपकी उस दिन लगी थी जब पढ़ाए हुए स्टूडेंट्स जैसे कि सीआरसी सर, कुमावत सर और भी आपके कई स्टूडेंट्स ने आपके कहने पर एलन को ज्वाइन किया और अपना पूरा जीवन समर्पित करने का प्रण लिया।
  3. इनकी इतनी मेहनत और इनके द्वारा टे्रंड फैकल्टी के कारण अनेक बार इतने बेहतरीन रिजल्ट आए जो आप अकेले कभी हासिल नहीं कर सकते थे। लॉटरी तो तब वाकई आपको लगी थी।
  4. लॉटरी तो आपको तब लगी थी जब कोरोना काल में प्रत्येक कर्मचारी ने दिन रात अपनी जान की परवाह किए बगैर लाइव और रिकार्डेड सेशंस बनाए थे। और पूरी एडमिन टीम ने इसकी व्यवस्था की थी। जिसने कोरोना काल में भी एलन को बचाए रखा।
  5. लाटरी तो आपकी तब लगी थी जब 35 वर्षों की आपकी रणनीति और सारे कर्मचारियों के बल पर आपने अपने इंस्टीट्यूट को कपंनी के रूप में बच कर अपने-अपने अकाउंट में 500 करोड़ रुपए से ज्यादा भर लिये।

अपने शब्दों पर माफी मांगें

टीचर्स की नाराजगी यहीं नहीं रुकी। वीडियो में इस्तेमाल किए गए लॉटरी शब्द और पूरे बयान पर माफी मांगने की बात रख दी। टीचर्स से माहेश्वरी को दिए पत्र में लिखा कि आपको दिल से माफी मांगना चाहिए। साथ ही इस वैरिएबल व फिक्स्ड के फार्मूले को हटाने की ओर आपके क्या विचार हैं, उस पर स्पष्टीकरण दें। अन्यथा मानकर चलें कि आपने जो अपमान आज आपके वफादार कर्मचारियों का किया है, एक-एक करके आपको छोड़ देंगे और जो नाम आने 36 सालों में बनाया है, उसे खत्म होने में ज्यादा देर नहीं लगेगी। आपके ऊपर पैसे के अहंकार का नशा चढ़ा है। ईश्वर आपको उससे बचाए और सद्बुद्धि दें कि पूर्व की भांति जो प्रेेम और सपोर्ट आपने कर्मचारियों को दिया था वह आप पुन: दें।