आलोक तिवारी: इदं राष्ट्राय, इदं न मम् इस भाव को लेकर हम काम करते हैं

जिला कार्यसमिति को जिलाध्यक्ष आलोक तिवारी ने किया संबोधित,राष्ट्र को सर्वोपरि मानकर दायित्व निर्वाहन का किया आव्हान

शिवनारायण कुरोलिया/अशोकनगर: इदम् राष्ट्राय, इदं न मम् अर्थात जो कुछ भी है राष्ट्र का है मेरा नहीं, इस भाव को लेकर हम लोग काम करते हैं। उक्त आशय के विचार भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक तिवारी ने सोमवार को जिले के शाढ़ौरा स्थित साहू गार्डन में एक दिवसीय भाजपा जिला कार्यसमिति की बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि 1925 में जिस विचार को लेकर हम चले थे उसका राजनैतिक आवरण हमने 31 अक्टूबर 1951 को जनसंघ के रूप में पहना |

राष्ट्रहित को दल के रूप में तिरोहित करके,1977 में जनता पार्टी के रूप में हमने अपनी पहचान स्वीकार की लेकिन कहते हैं कि केर बेर का संग ज्यादा देर तक नहीं रहता दो विपरीत धाराएं लंबे समय तक नहीं रह सकती। इसलिए 6 अप्रैल 1980 को एक नए राष्ट्रीय राजनीतिक दल का भाजपा के रूप में गठन हुआ।

भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में स्वर्गीय श्री अटल जी ने कहा था अंधेरा छटेगा, सूरज निकलेगा, और कमल खिलेगा। और आज हम सब देख रहे हैं कि सर्वत्र सूरज निकल चुका है, भारतीय जनता पार्टी पंच से लेकर केंद्रीय नेतृत्व तक और विनम्र शब्दों में कहें तो राष्ट्रपति भी हम सब के विचार के द्वारा चयनित है, उन्होंने कहा कि आज हमारी भूमिकाएं बदल चुकी हैं, पार्टी संकल्प तय कर चुकी है, संघर्ष के उन दिनों से प्रेरणा पाकर, तपकर आज जो हमारी भाजपा है उन संघर्ष के दिनों के संकल्पों को पूरा कर रही है। वह संकल्प मां भारती की सेवा करने का संकल्प है,चाहे 370 का प्रश्न हो,या राम मंदिर का,चाहे कॉमन सिविल कोर्ट का प्रश्न हो या सीए एनआरसी का,चाहे स्वदेशी का प्रश्न हो ऐसे तमाम विषयों को लेकर भारत की राजसत्ता ने अपने आप को मुखर करना शुरू किया है।

आज हम परिवर्तन देख रहे हैं, पहले भारत के प्रधानमंत्री विदेश जाते थे तो दूसरे देश के राजनायिकों या सत्ताशीनों को उपहार ले जाते थे, लेकिन आज भारत के प्रधानमंत्री विदेश जाते हैं तो उस देश के राष्ट्राध्यक्षों, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री को उपहार के रूप में श्रीमद भगवत गीता ले जाते हैं। यह गुणात्मक परिवर्तन है ध्येय का परिवर्तन है। उन्होंने कहा कि सरस्वती पूजा के दौरान गौर करने वाली बात थी कि प्रधानमंत्री ने पहली बार अपने आपको सनातनी बताना शुरू किया है। पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1हजार वर्ष बाद जीर्णोद्धार हुए सोमनाथ मंदिर जाने से इंकार कर दिया था प्रधानमंत्री नेहरू ने कहा था कि यह देश सेकुलर है, मैं जन्म से हिंदू, शिक्षा से मुसलमान और कर्मणा ईसाई हूं, दुर्घटना से हिंदू हूं। एक प्रधानमंत्री वो थे जो हिंदू बताने में संकोच करते थे,और एक प्रधानमंत्री यह हैं|

जो कभी कोई संकोच नहीं करते,मौका नहीं छोड़ते सनातनी, हिंदू बताने में। आज स्थिति बिल्कुल बदल चुकी है। हमारी पार्टी ने पिछले कुछ वर्षों में जो किया है, यह बड़ा परिवर्तन है, इसी के चलते वर्ष 2024 में हम अपनी आंखों से राम मंदिर के दर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर मोदी जी नहीं होते तो क्या यह संभव था कि हम सब की पहचान भगवान राम का मंदिर बनता। उन्होंने कहा कि अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए भाजपा सरकार ने धरातल की हकीकत को जानकर ऐसी योजनाएं चलाईं जिनका लाभ गरीबों एवं सर्वहारा वर्ग को मिल रहा है।

चाहे आयुष्मान योजना हो जिसके माध्यम से इलाज कराने में असमर्थ व्यक्ति भी आज 5 लाख रुपए तक महंगे से महंगा इलाज करा रहे हैं, उज्जवला योजना के माध्यम से चूल्हा फूंक रहीं माता बहनों की आंखों का ख्याल कर उन्हें मुफ्त में गैस सिलेंडर, चूल्हा उपलब्ध कराया। भाजपा केंद्र तथा राज्य सरकार की ऐसी अनेकों योजनाएं हैं, जिनका पात्र हितग्राहियों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी और हमारी सरकार सही दिशा में काम कर रही है क्योंकि उनकी नियत साफ है। इस दौरान उन्होंने जिले के सभी 13 मंडलों के अध्यक्षों से शक्ति केंद्रों के त्रिदेवों की समीक्षा, उपस्थिति दर्ज की, साथ ही बूथ विस्तारित-दो एवं आजीवन सहयोग निधि को लेकर बूथ विस्तारक जिला प्रभारी रविंद्र लोधी, सहयोग निधि प्रभारी रविंद्र दुबे से चर्चा कर समीक्षा की। जिला कार्यसमिति को आकांक्षी विधानसभा चंदेरी प्रभारी मनोज दुबे गुना का भी मार्गदर्शन मिला।जिला महामंत्री मुकेश कलावत ने कार्यक्रम का संचालन किया।

इस दौरान नगर पालिका अशोकनगर अध्यक्ष नीरज मनोरिया, पूर्व जिला अध्यक्ष भानु रघुवंशी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पूर्व विधायक गजराम सिंह यादव, राव राजकुमार सिंह यादव, लड्डू राम कोरी, नारायण प्रसाद शर्मा भूपेंद्र द्विवेदी जिला महामंत्री नंद लाल यादव मुकेश कलावत, जिला मीडिया प्रभारी डॉ हरवीर सिंह रघुवंशी,सह प्रभारी विकास रघुवंशी सहित सभी मंडलों के अध्यक्ष महामंत्री, मोर्चा प्रकोष्ठों अध्यक्ष, अपेक्षित कार्यकर्ता मौजूद रहे।