इंदौर स्थित अमलतास यूनिवर्सिटी के अंतर्गत संचालित अमलतास इंस्टिट्यूट ऑफ होम्योपैथी ने यह स्पष्ट किया है कि बीएचएमएस (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी) पाठ्यक्रम की परीक्षाएं नियत समय पर पूरी की जा रही हैं। संस्थान का कहना है कि यहां पढ़ रहे विद्यार्थियों को परीक्षा तिथियों में देरी का सामना नहीं करना पड़ता, जिससे उनका कीमती समय सुरक्षित रहता है। इसी वजह से चार वर्ष छह माह की पढ़ाई और एक वर्ष की अनिवार्य इंटर्नशिप के साथ पाठ्यक्रम तय समय में पूरा किया जा रहा है।
प्रथम वर्ष की सभी आंतरिक परीक्षाएं संपन्न
संस्थान की ओर से जानकारी दी गई कि बीएचएमएस प्रथम वर्ष (1st BHMS) के विद्यार्थियों की आंतरिक परीक्षाएं पूरी तरह से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कराई गई हैं। इसमें प्रथम आवधिक मूल्यांकन (Periodic Assessment-1), टर्मिनल टेस्ट-1 और द्वितीय आवधिक मूल्यांकन (Periodic Assessment-2) शामिल हैं। इन सभी परीक्षाओं के परिणाम भी समय पर घोषित कर दिए गए, जिससे छात्रों को आगे की पढ़ाई में व्यवधान नहीं आया।
छात्रों ने जताई संतुष्टि
संस्थान के प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने इस व्यवस्था पर खुशी जाहिर की। उनका कहना है कि परीक्षाएं समय पर होने से उन्हें तैयारी में आसानी होती है और पढ़ाई का सिलसिला बिना रुके आगे बढ़ता है। छात्रों ने बताया कि समय पर परिणाम मिलने से उन्हें आगामी विषयों पर बेहतर फोकस करने का अवसर मिलता है और वे आत्मविश्वास के साथ अपनी पढ़ाई पूरी कर पा रहे हैं।
प्रबंधन का फोकस शैक्षणिक हितों पर
संस्थान के चेयरमैन मयंक राज सिंह भदौरिया ने कहा कि अमलतास यूनिवर्सिटी विद्यार्थियों के शैक्षणिक हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। इसी सोच के चलते यहां परीक्षाएं और मूल्यांकन समय पर कराए जाते हैं ताकि विद्यार्थियों को अनावश्यक देरी या कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की यही नीति विद्यार्थियों को बेहतर भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने में सहायक बन रही है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समयबद्ध परीक्षा दोनों अहम
संस्थान के प्राचार्य डॉ. योगेंद्रसिंह भदौरिया ने कहा कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना ही नहीं, बल्कि समय पर परीक्षा और परिणाम उपलब्ध कराना भी हमारी प्राथमिकता है। उनका मानना है कि शिक्षा तभी सार्थक होती है जब विद्यार्थी अपने करियर की योजना बिना किसी रुकावट के तय समय में बना सकें।
उच्च शिक्षा की दिशा में निरंतर प्रयास
इसी क्रम में प्रो. डॉ. मुकेश अग्रवाल ने भी बताया कि अमलतास यूनिवर्सिटी लगातार उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और परीक्षा, दोनों का संतुलन बनाए रखना ही संस्थान की सबसे बड़ी ताकत है। उनका विश्वास है कि इसी अनुशासन और समयबद्धता से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे चिकित्सा क्षेत्र में अपना भविष्य और मजबूत बना पाएंगे।