अमित शाह ने गिनाए PM मोदी के स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार, अंग्रेजी बयान पर केरल से तीखी प्रतिक्रिया

अमित शाह : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने देश में स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को व्यापक नजरिए से सुलझाने का काम किया है। शाह ने बंगलूरू में एक कार्यक्रम में कहा कि गरीबों की सबसे बड़ी परेशानी बीमारी और इलाज का खर्च होता है, जिसे कम करने की जिम्मेदारी सरकार ने उठाई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत 60 करोड़ गरीबों को हर साल 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मुहैया कराया। इसके साथ ही शौचालय निर्माण, योग दिवस, फिट इंडिया मूवमेंट, मिशन इंद्रधनुष, पोषण अभियान और जनऔषधि परियोजना जैसी योजनाओं से भी देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा सुधार किया गया है।

गृह मंत्री बोले– देश में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने बताया कि 2014 में देश में सिर्फ 7 एम्स थे, जो अब बढ़कर 23 हो गए हैं। मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी 387 से बढ़कर 780 हो गई है। 2014 में जहां 51,000 एमबीबीएस सीटें थीं, अब यह संख्या 1,18,000 हो गई है। इसी तरह पीजी सीटें 31,000 से बढ़कर 74,000 हो गई हैं। यानी हर साल देश में 1.18 लाख एमबीबीएस डॉक्टर और 74 हजार विशेषज्ञ डॉक्टर तैयार हो रहे हैं। इस मौके पर कई केंद्रीय मंत्री और धार्मिक गुरु भी मौजूद थे।

अमित शाह के बयान पर केरल के मंत्रियों की तीखी प्रतिक्रिया

केरल की उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदु और सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने गृह मंत्री अमित शाह के अंग्रेजी को लेकर दिए गए बयान की आलोचना की। उन्होंने इसे एक संकीर्ण सोच बताया और निंदनीय कहा। आर. बिंदु ने कहा कि अंग्रेजी दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली भाषा है और आज के समय में इसे जानना ज़रूरी है।