केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 25 फरवरी को ग्वालियर के दौरे पर आ रहे हैं। उनके इस वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। शहर की यातायात व्यवस्था में भी बड़े बदलाव किए गए हैं ताकि आम जनता को कम से कम परेशानी हो और सुरक्षा में कोई चूक न हो।
गृह मंत्री के आगमन के मद्देनजर, ट्रैफिक पुलिस ने एक विस्तृत डायवर्जन प्लान जारी किया है। इसके तहत शहर के कई प्रमुख मार्गों पर वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया जाएगा। विशेष रूप से भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
यातायात डायवर्जन का पूरा प्लान
पुलिस द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार, भिंड और इटावा की ओर से आने वाले भारी वाहनों को मालनपुर से ही डायवर्ट किया जाएगा। ये वाहन महाराजपुरा न होकर सीधे डबरा और दतिया की ओर भेजे जाएंगे। इसी तरह, शिवपुरी और गुना की ओर से आने वाले भारी वाहनों को विक्की फैक्ट्री तिराहे से डायवर्ट कर बड़ागांव होते हुए भिंड रोड की तरफ निकाला जाएगा।
मुरैना और आगरा की तरफ से आने वाले भारी वाहनों को निरावली पॉइंट से डायवर्ट किया जाएगा। इन वाहनों को पुरानी छावनी और बहोड़ापुर की तरफ जाने से रोका जाएगा और उन्हें सीधे बाईपास के रास्ते आगे भेजा जाएगा।
इन रास्तों पर रहेगा वीआईपी मूवमेंट
अमित शाह का काफिला एयरपोर्ट से निकलकर मेला ग्राउंड और फिर वहां से जयविलास पैलेस जाएगा। इस दौरान महाराजपुरा, डीडी नगर, गोले का मंदिर और रेसकोर्स रोड जैसे इलाकों में सामान्य यातायात प्रभावित रह सकता है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे इन मार्गों का उपयोग करने से बचें और वैकल्पिक रास्तों का चुनाव करें।
सुरक्षा एजेंसियों ने हवाई अड्डे से लेकर कार्यक्रम स्थल तक के पूरे रूट को अपने नियंत्रण में ले लिया है। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है और पुलिस बल तैनात किया गया है। विशेष रूप से मेला ग्राउंड के आसपास सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त रहेगी, जहां एक बड़ी जनसभा भी प्रस्तावित है।
आम जनता के लिए सलाह
प्रशासन ने आम नागरिकों से सहयोग की अपील की है। जो लोग रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड जाने वाले हैं, उन्हें अतिरिक्त समय लेकर घर से निकलने की सलाह दी गई है। एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं के लिए ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है ताकि किसी मरीज को परेशानी न हो।
गौरतलब है कि इससे पहले भी जब बड़े नेताओं का ग्वालियर दौरा हुआ है, तब सुरक्षा कारणों से यातायात में बदलाव किए जाते रहे हैं। इस बार भी पुलिस ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से डायवर्जन प्लान को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया है।