अमित शाह : राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन के समापन पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को फिर से साबित किया है, खासकर ऑपरेशन सिंदूर के जरिए। उन्होंने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों से सुरक्षा, सजगता और समन्वय अपनाने की अपील की। करगिल विजय दिवस पर उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और ऑपरेशन सिंदूर में जवानों के योगदान को सराहा। शाह ने कहा कि भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, लेकिन साथ ही चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। इसलिए सभी को सतर्क रहना होगा और जागरूकता के साथ समाधान खोजना होगा। एजेंसियों को विश्वस्तरीय बनने का लक्ष्य रखना चाहिए।
भारत उभरती तकनीकों और नवाचार में दिखा रहा वैश्विक नेतृत्व
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में चौथे नंबर पर है। भारत नई तकनीक, स्टार्टअप, हरित ऊर्जा और नवाचारों में भी आगे है। उन्होंने कहा कि इस बढ़ती ताकत से देश को भविष्य में सुरक्षा चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, केंद्रीय और राज्य एजेंसियों को मिलकर काम करना होगा। शाह ने कहा कि हर राज्य में युवा पुलिस अधिकारियों को भी सुरक्षा योजनाओं में शामिल करना चाहिए ताकि वे समस्याओं को समझें और बेहतर समाधान ढूंढ सकें। यह कदम देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है।
अगले 10 साल सुरक्षा के, पुलिस नशा मुक्त भारत बनाने में जुटेगी अगले तीन साल
गृह मंत्री अमित शाह ने युवा अधिकारियों को सभी प्रशिक्षण में राष्ट्रीय डाटाबेस जैसे नेटग्रिड, निदान, आईएमओटी और सीबीआई के भगोड़े डाटाबेस का उपयोग बढ़ाने को कहा। उन्होंने कहा कि अगले 5-10 साल देश के विकास और सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने वामपंथी उग्रवाद और अन्य क्षेत्रों में काम की सराहना की। शाह ने पुलिस को ‘नशा मुक्त भारत’ को अगले तीन वर्षों का प्रमुख लक्ष्य बनाने और पुलिस स्टेशन स्तर पर जानकारी साझा करने के लिए नया मंच बनाने का निर्देश दिया।
आतंकवाद, घुसपैठ और तस्करी पर सख्त कार्रवाई जरूरी
अमित शाह ने कहा कि वामपंथी प्रभावित इलाकों में विकास जरूरी है। उन्होंने पुलिस प्रमुखों से कहा कि वे राज्य प्रशासन के साथ मिलकर 300 से ज्यादा विकास योजनाएं जमीन पर लागू करें। शाह ने छोटे बंदरगाहों की सुरक्षा और घुसपैठ, तस्करी रोकने पर जोर दिया। साथ ही आतंकवाद और बार-बार अपराध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा।