Amrit Snan: मौनी अमावस्या से सबक के बाद महाकुंभ में क्या-क्या बदला?

Amrit Snan : महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में कई लोगों की मौत के बाद अब 3 फरवरी को होने वाले अमृत स्नान को लेकर प्रशासन ने पूरी तरह से तैयारियां कर ली हैं। इस बार प्रशासन ने पिछली घटनाओं से सीख लेते हुए सुरक्षा व्यवस्था में सुधार किया है और खासतौर पर संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार किसी भी तरह की चूक को बर्दाश्त न करने के निर्देश दिए हैं।

इस बार महाकुंभ में सुरक्षा के लिए विशेष योजना बनाई गई है। पुलिस बल के डिप्लॉयमेंट प्लान को सुधारने के लिए 6 अहम कदम उठाए गए हैं। इसमें सबसे पहले सीएपीएफ और पीएसी कंपनियों का री-डिप्लॉयमेंट किया जाएगा। इसके अलावा, प्रशासन ने महाकुंभ क्षेत्र में बैरिकेडिंग और बैरियर को मजबूत करने की योजना बनाई है, ताकि भीड़ के जमा होने की स्थिति से बचा जा सके।

संगम क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बल

संगम क्षेत्र, जहां सबसे अधिक भीड़ होती है, वहां सुरक्षा को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है। यहां अतिरिक्त सीएपीएफ की तैनाती की जाएगी। संगम घाट पर कुल 6 कंपनियों की ड्यूटी दो शिफ्टों में लगेगी। इसके अलावा, महिला सीआरपीएफ की एक कंपनी को भी सर्कुलेटिंग एरिया में तैनात किया जाएगा।

सीनियर पुलिस अधिकारियों की तैनाती

महाकुंभ में सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए अनुभवी पुलिस अधिकारियों की भी तैनाती की गई है। पुलिस अधीक्षक और अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों में ड्यूटी पर तैनात किया जाएगा, ताकि उनके अनुभव का लाभ लिया जा सके।

साइन बोर्ड और डिजिटल डिस्प्ले पर ध्यान

संगम से वापस जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए साइन बोर्ड्स की संख्या और ऊंचाई बढ़ाई गई है, ताकि लोग आसानी से दिशा-निर्देशों का पालन कर सकें। साथ ही, डिजिटल डिस्प्ले पर यात्रा मार्ग की जानकारी दी जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं को वापसी में कोई परेशानी न हो।

सुरक्षा के लिए 11 जगहों पर अतिरिक्त तैनाती

प्रशासन ने 11 संवेदनशील स्थानों को चिन्हित किया है, जहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। इन क्षेत्रों में टीकरमाफी, गंगामूर्ति चौराहा, काली रैम्प, अपर संगम मार्ग, जीटी जवाहर चौराहा, और अन्य प्रमुख मार्ग शामिल हैं।

सुरक्षा में कोई कमी नहीं, प्रशासन की पूरी तैयारी

महाकुंभ के इस महत्वपूर्ण आयोजन में सुरक्षा इंतजामों को लेकर प्रशासन ने पूरी सतर्कता बरती है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सही मार्गदर्शन सुनिश्चित करने के लिए हर कदम पर ध्यान दिया गया है। अब, आगामी 3 फरवरी को होने वाले अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालु निश्चिंत होकर पुण्य लाभ उठा सकेंगे।