अमूल की पैरेंट कंपनी, गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) ने शनिवार को घोषणा की कि वह अपने 700 से अधिक उत्पाद पैक्स की कीमतों में कमी कर रही है। इस कदम का उद्देश्य हाल ही में हुए GST सुधारों का लाभ सीधे ग्राहकों तक पहुँचाना है। नई कीमतें 22 सितंबर से प्रभावी होंगी। इसमें घी, मक्खन, आइसक्रीम, बेकरी प्रोडक्ट्स और फ्रोजन स्नैक्स जैसी कई श्रेणियाँ शामिल हैं।
कौन-कौन से उत्पाद प्रभावित होंगे
GCMMF ने स्पष्ट किया कि कीमतों में बदलाव मक्खन, घी, आइसक्रीम, चीज, पनीर, चॉकलेट, बेकरी आइटम्स, फ्रोजन स्नैक्स, कंडेन्स्ड मिल्क, पीनट स्प्रेड और माल्ट-बेस्ड ड्रिंक जैसी कई श्रेणियों पर लागू होगा। अमूल का मानना है कि इससे खासकर आइसक्रीम, चीज और मक्खन की खपत बढ़ेगी। भारत में डेयरी प्रोडक्ट्स की प्रति व्यक्ति खपत काफी कम है, ऐसे में यह कदम कंपनी के लिए बड़े विकास अवसर का संकेत है।
किसानों और GCMMF पर प्रभाव
36 लाख किसानों के स्वामित्व वाली GCMMF को उम्मीद है कि कीमतों में कमी से न सिर्फ उत्पादों की मांग बढ़ेगी, बल्कि बिक्री में भी इजाफा होगा। इससे किसानों को भी लाभ होगा। इससे पहले मदर डेयरी ने भी अपने प्रोडक्ट्स की कीमतें घटाने की घोषणा की थी, जो 22 सितंबर से लागू होंगी। इसमें लगभग 40 रुपए तक की कमी की गई है।
दूध की कीमतों में कोई बदलाव नहीं
पैकेट दूध पहले से ही 0% GST में आता है, इसलिए GST सुधारों का असर इसकी कीमत पर नहीं पड़ा। GCMMF के मैनेजिंग डायरेक्टर जयेन मेहता ने बताया कि ताजा पैकेट दूध पर पहले से GST शून्य है, इसलिए इसकी कीमतों में कोई कटौती नहीं की गई।
GCMMF का कारोबार और विकास
कंपनी ने कहा कि कीमतों में कमी से उनके डेयरी उत्पादों की मांग में वृद्धि होगी और कुल बिक्री (टर्नओवर) में भी इजाफा होगा। GCMMF अपने सभी उत्पाद “अमूल” ब्रांड के तहत बेचती है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का राजस्व 11% बढ़कर ₹65,911 करोड़ हो गया था।
GST सुधारों का असर
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 3 सितंबर को 56वीं GST काउंसिल की बैठक के बाद कई महत्वपूर्ण GST सुधारों की घोषणा की थी। इसमें कई वस्तुओं को 0% GST में रखा गया, जबकि कुछ उत्पादों को ऊंची दरों से घटाकर 5% और 18% स्लैब में लाया गया। GCMMF ने इस सुधार का फायदा अपने ग्राहकों तक पहुँचाने के लिए अपने उत्पादों की कीमतें घटाने का फैसला लिया।