भारतीय सिनेमा में एक नया ऐतिहासिक अध्याय जुड़ने जा रहा है। भारत की पहली महिला स्वतंत्रता सेनानी पर आधारित महाकाव्य फिल्म देवी चौधुरानी का टीज़र दर्शकों के सामने आ चुका है। इस फिल्म में स्राबंती चटर्जी शीर्षक भूमिका निभा रही हैं, जबकि प्रसेंजीत चटर्जी रहस्यमयी विद्रोही नेता भवानी पाठक के किरदार में नजर आएंगे। “धातुओं में, तुम उल्का हो” यह सशक्त संवाद एक ऐसी महिला की ज्वाला को दर्शाता है, जो अपने साहस और अदम्य इच्छाशक्ति से युगों तक प्रेरणा देती रहेगी।
बंगाल की बगावत से वैश्विक मंच तक
फिल्म का टीज़र एक भव्य दृश्यावलि प्रस्तुत करता है, जिसमें बंगाल की विद्रोही नायिका की कहानी जीवंत होती है। यह वही कहानी है, जिसे महान साहित्यकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने अमर कर दिया था। देवी चौधुरानी पहली भारतीय फिल्म है, जिसे सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने Waves 2025 में आधिकारिक इंडो-यूके सह-निर्माण का दर्जा दिया है। टीज़र को डिजिटल माध्यम से पूरी दुनिया में लॉन्च किया गया, जिससे यह कहानी राष्ट्रीय सीमाओं से निकलकर अंतरराष्ट्रीय दर्शकों तक पहुंच गई।
सशक्त कलाकारों की टीम
निर्देशन का दायित्व राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता सुभ्रजीत मित्रा ने संभाला है। फिल्म में सव्यसाची चक्रवर्ती, अर्जुन चक्रवर्ती, दर्शना बैनिक, बिबृति चटर्जी और किंजल नंदा जैसे कलाकार शामिल हैं। संगीत की बागडोर ग्रैमी-नामांकित पंडित बिक्रमा घोष के हाथों में है, जिन्होंने इस ऐतिहासिक कथा को और भी प्रभावशाली बनाने के लिए दमदार धुनें तैयार की हैं।
निर्माताओं की साझा सोच
यह परियोजना एडीटेड मोशन पिक्चर्स के अपर्णा दासगुप्ता और अनिरुद्ध दासगुप्ता तथा एलओके आर्ट्स कलेक्टिव के सौम्यजीत मजूमदार के संयुक्त प्रयास से बनी है। निर्माताओं का मानना है कि देवी चौधुरानी सिर्फ बंगाल की नहीं, बल्कि पूरे भारत की कहानी है, एक ऐसी कथा जो प्रतिरोध, सम्मान और साहस का अदम्य प्रतीक है। उनका कहना है कि यह फिल्म भारतीय कहानियों को वैश्विक मंच पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रसेंजीत चटर्जी का भावुक संदेश
भवानी पाठक की भूमिका निभा रहे प्रसेंजीत चटर्जी के अनुसार, “यह मेरे लिए गर्व का क्षण है कि बंगाल की मिट्टी, भाषा और इतिहास से जन्मी कहानी अब दुनिया के सबसे बड़े मंच पर जगह बना रही है। देवी वही हैं जो भवानी पाठक ने कहा असाधारण, अडिग और अविस्मरणीय।”
स्वतंत्रता दिवस पर अंतरराष्ट्रीय पहचान
निर्माताओं ने यह भी घोषणा की कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देवी चौधुरानी अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाएगी। टीज़र को अब तक शानदार प्रतिक्रिया मिली है, जिसने दर्शकों में फिल्म के प्रति उत्सुकता और बढ़ा दी है।
इतिहास, साहस और नारी शक्ति का संगम
यह फिल्म सिर्फ एक ऐतिहासिक कथा नहीं, बल्कि एक प्रेरणास्रोत है, एक ऐसी महिला की कहानी, जिसने अपने समय की सीमाओं को तोड़ते हुए स्वतंत्रता और सम्मान की लड़ाई लड़ी। देवी चौधुरानी आने वाले समय में भारतीय सिनेमा के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।