अंडमान निकोबार तक पहुंचा इंदौर का स्टार्ट अप Swaha

स्वतंत्र समय, इंदौर

स्वच्छता में सात बार देश भर में स्वच्छता में नंबर वन रहने वाले इंदौर का एक स्टार्टअप स्वाहा ( Swaha ) कश्मीर में अमरनाथ धाम की ऊंचाइयों से लेकर अंडमान निकोबार की गहराई तक स्वच्छता का परचम लहरा रहा है। इंदौर से निकला यह स्टार्टअप प्रदेश का पहला स्टार्टअप है, जिसने कामयाबी की इतनी ऊंचाई हासिल की है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की Swaha की सराहना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कंपनी स्वाहा ( Swaha ) की सराहना कर चुके हैं तो माइक्रो साफ्ट कंपनी ने भी स्वाह के कार्यों को खुले दिल से सराहा है। इंदौर की प्रतिष्ठित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और सस्टेनेबिलिटी स्टार्टअप कंपनी स्वाहा ने पुन: इंदौर का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा है। अंडमान निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में एक अत्याधुनिक मटेरियल रिकवरी फेसिलिटी (एमआरएफ) की स्थापना की है। अपने कार्यों के कारण स्वाहा का नाम प्रधानमत्री कार्यालय से लेकर माइक्रोसॉफ्ट तक छाया हुआ है। यह परियोजना जर्मन अंतर्राष्ट्रीय सहयोग संस्था (जीआईजेड) और पोर्ट ब्लेयर नगर निगम के सहयोग से समुद्री प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से की गई है। यह सुविधा शहर में प्लास्टिक कचरे के समुद्र में प्रवेश को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अत्याधुनिक फेसिलिटी सेमी आटोमेटिक है और पूरे यूनियन टेरेटरी में एकमात्र है।

ये हैं स्वाहा के खास प्रोजेक्ट

इस महत्वपूर्ण परियोजना का उद्घाटन अंडमान और निकोबार प्रशासन के मुख्य सचिव केशव चंद्र, आईएएस द्वारा किया गया। इस अवसर पर जर्मन अंतरराष्ट्रीय सहयोग संस्था (जीआईजेड) के निदेशक क्रिश्चियन काफेंस्टाइनर, पोर्ट ब्लेयर नगर निगम की अध्यक्ष सुदीप राय शर्मा और सचिव अमित काले, आईएएस और स्वाहा के को-फाउंडर ज्वलंत शाह भी उपस्थित थे। स्वाहा ने इस अवसर पर जीआईजेड इंडिया को धन्यवाद दिया और एमआरएफ के लिए तकनीकी और उपकरण साझेदार के रूप में इस महत्वपूर्ण कार्य में शामिल होने पर गर्व महसूस किया। स्वाहा का मानना है कि यह परियोजना अंडमान सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर में समुद्री कचरे को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। स्वाहा, स्वच्छतम शहर इंदौर से निकली एक सफल स्टार्टअप कंपनी है, जो ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में नए समाधान प्रदान करती है। इस परियोजना के साथ स्वाहा ने एक बार फिर देश के लिए एक मिसाल कायम की है। स्वाहा के मोबाइल प्रोसेसिंग प्लांट से वेस्ट टू एनर्जी प्लांट्स को फीड मिलती है और डीसेंट्रलाइज्ड वेस्ट मैनेजमेंट पूरे देश में यूनिक है। स्वाहा को इस वर्ष का बेस्ट स्टार्ट अप पुरस्कार सीआईआई द्वारा दिया गया है। स्वाहा जम्मू कश्मीर से लेकर अंडमान निकोबार तक कार्यरत है। ऐसी ही एक और फेसिलिटी कोच्ची में भी शुरू की गई।