स्वतंत्र समय, भोपाल
2011 से लेकर अभी तक BHEL क्षेत्र के व्यापारी महासंघ ने नगर प्रशासन सेंट्रल गवर्नमेंट, राष्ट्रपति, हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में आवेदन देने के बाद भी हमारी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। भेल क्षेत्र में 1420 दुकानें बनी हुई है जो लगभग 20 एकड़ में है गांधी मार्केट, विजय मार्केट, शास्त्री मार्केट, इंदिरा मार्केट, डी सेक्टर , आदर्श मार्केट, पिपलानी पेट्रोल पंप के पास राम मंदिर ऐसे बार 7 मार्केट पिपलानी क्षेत्र में ही है हबीबगंज मार्केट, गोविंदपुरा मार्केट, नेहरू मार्केट, बजरंग मार्केट, आजाद मार्केट ऐसे भेल क्षेत्र में 14 मार्केट इस समय है जिसमें भेल प्रशासन ने एक पॉलिसी सन 2014 में बनाई, जिन्हें दो कैटेगरी में बांटा गया (पहला एसेंशियल दूसरा नॉन एसेंशियल कैटिगरी। (1) मोची, नाई, स्कूटर रिपेयरिंग, किराना, मेडिकल स्टोर ऐसे कुछ लोग कार्य कर रहे हैं (2) जनरल स्टोर, गोल्ड व्यापारी, क्लीनिक, कपड़ा व्यापारी, कॉपी किताब, इलेक्ट्रॉनिक दुकान और होटल्स, शोरूम।
1963 में BHEL प्रशासन ने व्यापारियों के सामने रखा था प्रस्ताव
1963 में भेल (BHEL) प्रशासन द्वारा व्यापारियों के सामने प्रस्ताव रखा कि आप लोगों के लिए दुकानें बना दी जाए जिससे आप लोग सही ढंग से व्यापार कर सके, उस समय के भेल प्रशासन ने कहा कि हम जो दुकान बना रहे हैं। वेलफेयर के अंतर्गत बनाई जाएगी, लेकिन इस समय आपको 3200 जमा करने होंगे, व्यापारियों द्वारा पैसे जमा किए गए दुकान बनकर तैयार हो गई 10 साल तक भेल प्रशासन ने एक भी पैसा नहीं लिया, लेकिन 10 साल बाद इन्होंने पानी साफ सफाई के नाम पर कुछ पैसे निर्धारित किया गया। एक रुपए 50 पैसे की दर से वसूला गया, लेकिन अब 2014 में नई पॉलिसी लेकर आए जिसमें लीज रेंट लाइसेंस फीस के नाम पर 71 रुपए प्रति वर्ग फीट के हिसाब से पॉलिसी बने एवं व्यापारियों को बताया गया इसके विरोध में व्यापारी महासंघ के माध्यम से विरोध जताया और पुरानी दर से ही लीज रेंट लाइसेंस फीस देने का आग्रह किया और भेल प्रशासन के सामने प्रस्ताव रखा की पूर्व में जिस दर से लीज रेंट लाइसेंस फीस 5 से 10 साल की अवधि के लिए जमा किया जाता है उसमें उसे पूर्व दर राशि में 100% बढ़ोतरी करते हुए हम सभी व्यापारी? 3 प्रति वर्ग फीट से तैयार है जिसका समाधान न सेंट्रल गवर्नमेंट न भेल प्रशासन ने नहीं किया।
BHEL प्रशासन के इस रवैया से आक्रोशित है
आए दिन व्यापारियों के सामने समस्याएं खड़ी हुई है हरीश खंडेलवाल जी, मदन बलानी, संतोष भदौरिया, राजू आडवाणी, नरेश खुबानी, देवेंद्र जैन (लालू भाई ), नफीस भाई, विजय बाथवी सभी व्यापारी लोग भेल (BHEL) प्रशासन के इस रवैया से आक्रोशित है और शासन को मांग पत्र एवं भेल व्यापारी महासंघ ने एक पत्र सौंपा है और मांग की है यदि भेल प्रशासन 20 एकड़ में बने हुए मार्केट को यदि राज्य शासन को सौंप दे। उसके बाद हम सभी व्यापारी वर्ग कलेक्टर गाइड लाइन के हिसाब से जमीन खरीद लेंगे, यदि इस पर विचार नहीं किया गया तो भेल व्यापारी महा संघ धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे जिसकी जिम्मेदारी भेल प्रशासन की होगी।