अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया, जिसके बाद NIA ने उसे सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। एजेंसी ने कोर्ट से 15 दिनों की रिमांड की मांग की थी, लेकिन अदालत ने 11 दिन की रिमांड स्वीकृत की। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुनवाई इन-कैमरा, यानी बंद कक्ष में की गई।
क्यों जरूरी है हिरासत?
सूत्रों के मुताबिक NIA ने कोर्ट को बताया कि अनमोल बिश्नोई का सीधा संबंध 15 से अधिक हत्याओं, 20 से ज्यादा अपहरण, धमकी और हिंसा की घटनाओं से जुड़ा है। इसके साथ ही उस पर फर्जी पासपोर्ट रखने और दो अलग-अलग भारतीय पासपोर्ट इस्तेमाल करने का भी आरोप है।
एजेंसी का कहना है कि हिरासत में पूछताछ से ही पता चल पाएगा कि इन घटनाओं के पीछे कौन-कौन शामिल थे, गैंग की फाइनेंसिंग का स्रोत क्या था और उसके नेटवर्क में कौन गुर्गे और साथी सक्रिय थे।
रिमांड शीट में खुलासे
NIA की रिमांड शीट में अनमोल के खिलाफ कई ठोस आरोप दर्ज हैं। जांच एजेंसी मानती है कि पूछताछ के दौरान अनमोल कई बड़े राज खोल सकता है, जिनसे देशभर में हुए संगठित अपराधों की परतें एक-एक कर खुलेंगी।
अनमोल 2022 से फरार था और फर्जी पासपोर्ट के जरिए अमेरिका भाग गया था। यह पासपोर्ट फरीदाबाद के पते पर जारी किया गया था। मूल रूप से वह पंजाब के फाजिल्का का रहने वाला है और उसका असली नाम अनमोल उर्फ भानू, पिता का नाम लविंद्र कुमार है।
हाई-प्रोफाइल मामलों में शामिल
अनमोल कई हाई-प्रोफाइल मामलों में वांछित है।
- सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (2022): मूसेवाला की हत्या के तुरंत बाद अनमोल और गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पर जिम्मेदारी ली थी।
- बाबा सिद्दीकी हत्याकांड (2024): मुंबई के बांद्रा में हुए इस मर्डर की साजिश में अनमोल का नाम सामने आया।
- सलमान खान के घर पर फायरिंग केस (अप्रैल 2024): फायरिंग के कुछ घंटे बाद दावा किया गया कि यह कार्रवाई अनमोल बिश्नोई के आदेश पर की गई थी।
इन सभी मामलों के चलते अनमोल बिश्नोई को गैंगस्टर जगत का एक बड़ा और खतरनाक चेहरा माना जाता है, जिसकी गिरफ्तारी और रिमांड से कई संगठित आपराधिक नेटवर्क बेनकाब होने की संभावना है।