इंदौर में पूर्व जिला आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया के ठिकानों पर 15 अक्टूबर को लोकायुक्त की टीम ने बड़ी छापेमारी की थी। अब जांच में उनके पास से और भी संपत्तियों के दस्तावेज और निवेश के प्रमाण सामने आए हैं। कुल संपत्ति का आंकड़ा अब 20 करोड़ 24 लाख रुपये से अधिक तक पहुंच गया है। जांच टीम को बैंक खातों, बीमा पॉलिसियों, लॉकर और परिवार के बिजनेस इन्वेस्टमेंट तक कई नए सुराग मिले हैं।
बैंक खातों और बीमा पॉलिसियों में करोड़ों की रकम
लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय के निर्देशन में की जा रही जांच में यह सामने आया कि भदौरिया और उनके परिवार के बैंक खातों में कुल 26 लाख 31 हजार रुपये जमा हैं। इसके अलावा 21 बीमा और निवेश पॉलिसियां मिली हैं, जिनमें करीब 13.90 लाख रुपये की प्रीमियम राशि भरी गई है। टीम ने इन सभी खातों की जानकारी हासिल कर लॉकरों और खातों को फ्रीज करा दिया है।
चार लॉकर सील, आरोपी की मौजूदगी में खुलेंगे
भदौरिया की पत्नी के नाम पर बैंक ऑफ बड़ौदा में एक लॉकर मिला है, जबकि अन्य बैंकों में कुल चार लॉकर होने की पुष्टि हुई है। लोकायुक्त टीम ने सभी लॉकरों को सील कर दिया है। इन्हें आगे आरोपी की मौजूदगी में खोला जाएगा ताकि जांच निष्पक्ष रहे।
बेटे की बिजनेस में हिस्सेदारी भी उजागर
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि भदौरिया के बेटे सूर्याश भदौरिया ने इंदौर की शिवा चाइनीज वॉक रेस्टोरेंट में 40% की साझेदारी की है। यह साझेदारी विशाल पंवार नामक व्यक्ति के साथ की गई है, जिसके एवज में सूर्याश ने 25 लाख रुपये का निवेश किया था। लोकायुक्त टीम अब इस फंड के स्रोत की भी जांच कर रही है।
करोड़ों की अचल संपत्ति और कीमती सामान बरामद
छापेमारी के दौरान भदौरिया के पलासिया स्थित फ्लैट नंबर 201 कैलाशकुंज से ही लगभग 12.51 करोड़ रुपये की संपत्ति मिली थी। इसमें
- 13.13 लाख रुपये नकद,
- 4 किलो 221 ग्राम सोना (कीमत करीब 5.48 करोड़ रुपये),
- 7 किलो 128 ग्राम चांदी (कीमत 8 लाख रुपये),
- और 2.23 करोड़ रुपये कीमत के लग्जरी सामान, वाहन, साड़ियां, घड़ियां और फर्नीचर शामिल हैं।
इसके अलावा तीन बैंक लॉकर, जमीनों के दस्तावेज और बीमा पॉलिसियां भी बरामद की गई हैं।
बच्चों के नाम से करोड़ों का लेनदेन
लोकायुक्त टीम को एक एग्रीमेंट दस्तावेज मिला है, जिसमें यह उल्लेख है कि भदौरिया के बेटे सूर्याश और बेटी अपूर्वा ने जितेन्द्र चौधरी नामक व्यक्ति को 2.85 करोड़ रुपये उधार दिए हैं। बैंक रिकॉर्ड से भी इस लेनदेन की पुष्टि हुई है। यह रकम कहां से आई और किन उद्देश्यों से दी गई, इसकी जांच जारी है।
फ्लैट्स, कोठी और ऑफिसों की जांच
इंदौर में भदौरिया और उनके परिवार के नाम पर तीन फ्लैट पाए गए हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 1.91 करोड़ रुपये आंकी गई है।
इसके अलावा:
- काउंटीवॉक कॉलोनी में 4700 वर्गफीट का तीन मंजिला मकान निर्माणाधीन मिला, जिसकी कीमत 3.36 करोड़ रुपये बताई गई।
- यशवंत विहार ग्रीन स्कीम नंबर 114 में बेटी अपूर्वा के नाम 50 लाख रुपये मूल्य का फ्लैट मिला है, जहां फर्नीचर और डेकोरेशन का सामान भी मिला।
- ग्वालियर स्थित पैतृक आवास से 22 लाख 78 हजार रुपये की संपत्ति बरामद हुई।
जांच अब भी जारी, और खुलासों की उम्मीद
लोकायुक्त की चार विशेष टीमों ने इंदौर और ग्वालियर में एक साथ तलाशी अभियान चलाया। अब बैंक लॉकर खुलने के बाद और भी संपत्तियों के सामने आने की संभावना है। फिलहाल, धर्मेंद्र भदौरिया की अब तक की कुल संपत्ति का अनुमान 20 करोड़ 24 लाख 55 हजार रुपये लगाया गया है, लेकिन जांच एजेंसी का कहना है कि यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।