श्रावण मास को भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे पवित्र समय माना गया है। इस पूरे महीने में भक्त उपवास, रुद्राभिषेक और विशेष पूजा-अनुष्ठानों के जरिए भोलेनाथ की कृपा पाने का प्रयास करते हैं। विशेष रूप से सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, चंदन और पुष्प अर्पित करना अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, यदि सावन के दिनों में शिवलिंग पर विशेष स्थानों पर चंदन का लेप किया जाए, तो जीवन की बाधाएं दूर होती हैं और किस्मत के बंद रास्ते खुल जाते हैं। आइए जानते हैं चंदन कहां और क्यों लगाया जाए ताकि शिव कृपा से मनोकामनाएं पूरी हों।
शिवलिंग के मस्तक पर चंदन लगाने से मिलती है मानसिक स्थिरता
शिवलिंग के शीर्ष भाग, जिसे शिव का मस्तक माना जाता है, वहां चंदन लगाने से मन को शांति मिलती है और तनाव दूर होता है। यह एकाग्रता बढ़ाने और सही निर्णय लेने की क्षमता को भी मजबूत करता है। जो लोग मानसिक अस्थिरता, चिंता या असमंजस में रहते हैं, उन्हें इस स्थान पर चंदन अर्पित करना चाहिए।
जलाधारी के नीचे चंदन लेप से आता है वैवाहिक सुख और समृद्धि
शिवलिंग के जिस भाग से जल बाहर निकलता है, उसे जलाधारी कहते हैं। इस स्थान पर चंदन लगाना देवी पार्वती को प्रसन्न करने वाला माना जाता है। यह उपाय वैवाहिक जीवन में प्रेम, मधुरता और घर में सुख-समृद्धि लाने वाला होता है। साथ ही यह आर्थिक समस्याओं को भी दूर करता है।
शिवलिंग के मध्य भाग पर लगाने से मिलती है आरोग्यता
शिवलिंग के बीच यानी पिंडी के मध्य हिस्से पर चंदन लगाने से रोग और दुख दूर होते हैं। यदि कोई व्यक्ति बार-बार बीमारियों से जूझ रहा हो या शारीरिक पीड़ा में हो, तो यह उपाय उसके लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है। यह शरीर के साथ-साथ आत्मा को भी सकारात्मक ऊर्जा से भरता है।
वेदी पर चंदन लगाने से बढ़ता है मान-सम्मान
जिस वेदी पर शिवलिंग स्थापित होता है, वहां चंदन लगाने से समाज में प्रतिष्ठा और कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है। यह उपाय उन लोगों के लिए अत्यंत फलदायी है जो करियर में उन्नति, पहचान या पदोन्नति की कामना रखते हैं। यह सम्मान और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
आधार भाग पर चंदन लगाने से मिलती है संपत्ति संबंधी सफलता
शिवलिंग के सबसे निचले हिस्से पर, जिसे आधार कहा जाता है, वहां चंदन का लेप करने से भूमि, घर और वाहन से जुड़ी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विशेष रूप से जिन लोगों को पैतृक संपत्ति से जुड़ी उलझनें हों या जो अपने घर के स्वप्न को साकार करना चाहते हों, उनके लिए यह उपाय अत्यंत प्रभावी है।
रुद्राक्ष के साथ चंदन लगाने से होती हैं सभी इच्छाएं पूरी
यदि शिवलिंग पर चंदन के साथ रुद्राक्ष भी अर्पित किया जाए, तो यह सभी मनोकामनाओं की पूर्ति का एक शक्तिशाली उपाय माना गया है। रुद्राक्ष शिव का स्वरूप होता है और चंदन के साथ उसका प्रयोग अध्यात्मिक उन्नति, आंतरिक शांति और मोक्ष के मार्ग को सरल बनाता है।
“ॐ नमः शिवाय” मंत्र लिखना
चंदन से शिवलिंग पर “ॐ नमः शिवाय” लिखना एक गूढ़ और प्रभावशाली साधना है। यह उपाय पापों के नाश, मानसिक शुद्धि और आत्मबल में वृद्धि करता है। इस मंत्र को चंदन से अंकित करने से शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
Disclaimer : इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य तथ्यों पर आधारित है। swatantrasamay.com इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।