अमेरिका में नौकरी का सपना देख रहे हैं? H-1B वीजा को लेकर US में मचा बवाल, जानें भारतीयों पर क्या होगा इसका असर

World Latest News : अमेरिका में एच-1बी वीजा के नियमों में लगातार बदलाव का विरोध तेज हो गया है। खासकर मेक अमेरिका ग्रेट अगेन (MAGA) अभियान से जुड़े कट्टरपंथी इस बदलाव के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उनका मानना है कि वैकल्पिक व्यावसायिक प्रशिक्षण (OPT) कार्यक्रम के तहत विदेशी छात्रों को अमेरिकी भूमि पर अधिक समय तक रहने का अवसर मिलता है, जो उनके अनुसार अमेरिकी नागरिकों के रोजगार अवसरों पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।

OPT कार्यक्रम की आलोचना

वैकल्पिक व्यावसायिक प्रशिक्षण (OPT) कार्यक्रम छात्रों को अमेरिका में उनकी पढ़ाई के बाद काम करने का अवसर प्रदान करता है। यह विशेष रूप से उन छात्रों के लिए है जिन्होंने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की हो। इसका उद्देश्य उन्हें अमेरिकी कंपनियों में वर्क एक्सपीरियंस हासिल करने का अवसर देना है। अमेरिकी कट्टरपंथियों का कहना है कि इस कार्यक्रम के कारण विदेशी छात्रों (विशेषकर भारतीय) को लंबी अवधि तक अमेरिका में रहने और काम करने का मौका मिलता है, जिससे अमेरिकी श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर कम हो जाते हैं।

नियमों में बदलाव से हर्ष नहीं

2023 में, लगभग 1.49 मिलियन छात्र ग्रेजुएट हुए, जिनमें से 23 प्रतिशत को ओपीटी के तहत काम करने की अनुमति मिली। MAGA समर्थकों के अनुसार, अगर इतने छात्रों को काम करने का अवसर मिलेगा, तो यह अमेरिकी नागरिकों के लिए सीधे तौर पर नौकरियों के अवसरों को सीमित कर देगा। उनका यह भी कहना है कि ओपीटी कार्यक्रम को समाप्त किया जाना चाहिए, ताकि विदेशी छात्र अपने ग्रेजुएशन के बाद अमेरिका में रहकर काम न कर सकें।

वर्तमान नियमों पर विवाद

OPT कार्यक्रम के तहत अब विदेशी छात्रों को लंबे समय तक काम करने का अवसर मिलता है, विशेष रूप से STEM डिग्रीधारियों को तीन साल तक। यदि वे इस अवधि के दौरान एच-1बी वीजा हासिल कर लेते हैं, तो वे अमेरिका में नौ साल तक रह सकते हैं और कई लोग ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के योग्य हो सकते हैं, जिससे वे अमेरिकी नागरिक बन सकते हैं। इससे पहले, 2008 में राष्ट्रपति बुश के समय OPT की अधिकतम अवधि को 12 महीने से बढ़ाकर 29 महीने कर दिया गया था। 2016 में, ओबामा प्रशासन ने STEM छात्रों के लिए इसे 36 महीने तक बढ़ा दिया।

नियमों में सख्ती की मांग

अमेरिकी विरोधियों का कहना है कि OPT कार्यक्रम को सख्त किया जाए। उनके अनुसार, छात्रों को पहले संस्थान से अनुमति लेनी होगी, उसके बाद गृह मंत्रालय (DHS) और नागरिकता एवं इमिग्रेशन सेवा (USCIS) से रोजगार प्राधिकरण के लिए अनुमति प्राप्त करनी होगी। फिलहाल, OPT में भाग लेने वाले F-1 या M-1 वीजा धारकों के लिए कोई सीमा नहीं है। कई विशेषज्ञ इस कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं, उनका कहना है कि यह संसद से अनुमोदित नहीं है और इसका दुरुपयोग हो रहा है।

राष्ट्रीय सुरक्षा का खतरा

कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह मुद्दा सिर्फ श्रमिकों की नौकरियों से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरे का कारण बन सकता है। हालांकि, कुछ लोग इस कार्यक्रम के समर्थन में हैं। उनका मानना है कि यह विदेशी नागरिकों को अमेरिकी अर्थव्यवस्था में योगदान करने का एक शानदार मौका प्रदान करता है।