कही आप फंगल इंफेक्शन को डैंड्रफ समझने की भूल तो नहीं कर रहे जानिए ,फंगल और डैंड्रफ में अंतर !

डैंड्रफ एक सामान्य स्किन कंडीशन है, जो स्कैल्प पर सफेद या पीले रंग की रूई जैसी परत के रूप में दिखाई देती है। यह समस्या तब होती है जब स्किन बहुत ज्यादा ऑयली या ड्राई हो जाती है। डैंड्रफ से खुजली और हेरफॉल होने की भी सम्भावना होती है। इसका इलाज आमतौर पर एंटी-डैंड्रफ शैंपू से किया जाता है।

फंगल इंफेक्शन :

फंगल स्कैल्प इंफेक्शन को टिनिया कैपिटिस या स्कैल्प रिंगवर्म भी कहा जाता है। यह एक संक्रामक रोग है जो “डर्मेटोफाइट” नामक फंगस के कारण होता है। यह संक्रमण स्कैल्प, बालों और हेयर फॉलिकल्स को भी प्रभावित कर सकता है, इसकी वजह से स्कैल्प पर मोटी, चिकनी पपड़ी जमने लगती है।
स्किन रेडनेस, सूजन, खुजली, बाल झड़ना इसके लक्षण हो सकते है। इसका इलाज डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली एंटी-फंगल दवाओं से किया जाता है।

डैंड्रफ और फंगल इंफेक्शन में क्या है अंतर ?

दोनों समस्याओं के लक्षण आमतौर पर लगभग एक जैसे होते है जैसे खुजली और स्कैल्प में पपड़ी जमना , पर इनके बीच कुछ अंतर होता हैं। डैंड्रफ की पपड़ी हल्की और ड्राय होती है, वही फंगल इंफेक्शन में पपड़ी मोटी और चिकनी होती है। डैंड्रफ केवल स्कैल्प तक सीमित रहता है, वहीं फंगल इंफेक्शन अन्य हिस्सों तक फैल सकता है और संक्रामक होता है। स्कैल्प में लगातार समस्या रहने पर विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी होता है।