आर्टिफिशियल कलर हो सकता है ,आपके बच्चों के लिए हानिकारक रहिये सावधान!

बाज़ार में अट्रैक्टिव दिखने वाली कैंडी, ड्रिंक्स और स्नैक्स में आर्टिफिशियल कलर्स का इस्तेमाल आम हो गया है। यह आर्टिफिशियल कलर्स बच्चो के लिए हानिकारक हो सकता है। ये रंग खाने को जितना आकर्षक बनाते हैं, इन रंगों का बच्चों की सेहत पर उतना ही हानिकारक प्रभाव पढ़ सकता है।

आइये जानते है कि फूड कलर्स क्या होते हैं?
फूड कलर्स, जिन्हें फूड डाई भी कहते है, ये ऐसे खास केमिकल्स होते हैं जिन्हें खाने में रंग भरने के लिए मिलाया जाता है। इन रंगो का इस्तेमाल खाने को और भी अट्रैक्टिव बनता है । ये दो तरह के होते हैं-

नेचुरल फूड कलर्स
ये ऐसे फ़ूड कलर्स होते है जो पौधों या अन्य प्राकृतिक स्रोतों से बनाए जाते हैं,इन रंगो का आमतौर पर कोई भी दुष्प्रभाव नहीं होता है।ये सुरक्षित माने जाते हैं, लेकिन कुछ बच्चों को इन से भी एलर्जी हो सकती है।आइये आपको बता ते है कि किन फलो और सब्जियों सें कोनसा रंग प्राप्त होता है।

चुकंदर से – लाल रंग
हल्दी से – पीला रंग
क्लोरोफिल से – हरा रंग

आर्टिफिशियल फूड कलर्स
ये केमिकल्स लैब में बनाए जाते हैं और ये रंग आमतौर पर नेचुरल फूड कलर्स से ज्यादा अट्रैक्टिव होते है। साथ ही इनकी शेल्फ लाइफ नेचुरल फूड कलर्स से भी ज्यादा होती है। आर्टिफिशियल फूड कलर्स का ज्यादातर इस्तेमाल कैंडी, कोल्ड ड्रिंक्स, पैक्ड स्नैक्स आदि में किया जाता हैं।

आर्टिफिशियल फूड कलर्स का बच्चों पर प्रभाव
आर्टिफिशियल कलर्स बच्चों की सेहत पर कई तरह से असर डाल सकते हैं, यदि इनका सेवन लगातार और अधिक मात्रा में किया जाए, तो कई तरह की समस्या हो सकती है।आइये जानते है  आर्टिफिशियल फूड कलर्स के दुष्प्रभाव के बारे में :

एलर्जी और त्वचा संबंधी समस्याएं: कुछ बच्चों को खास रंगों से एलर्जी हो सकती है, जिस से स्किन रैश, पेट दर्द या मूड स्विंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

हाइपरएक्टिविटी: कुछ रिसर्चस कि माने तो आर्टिफिशियल कलर्स की वजह से बच्चों में हाइपरएक्टिविटी Hyperactivity भी बढ़ सकती हैं।

माता-पिता क्या कर सकते है ?

माता-पिता को बच्चों के खाने के लिेए नेचुरल फूड कलर्स वाले विकल्प का चयन करना चाहिए। साथ ही कोई भी पैक्ड फूड आइटम को खरीदते समय लेबल को ध्यान से पढ़ना चाहिए।अगर बच्चे को किसी रंग से एलर्जी के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।