‘भाषा संवाद का विषय है, विवाद का नहीं’, हिंदी-मराठी कंट्रोवर्सी पर बोले एक्टर Ashutosh Rana

Ashutosh Rana: महाराष्ट्र में हाल के दिनों में हिंदी और मराठी भाषा को लेकर चल रहा विवाद सुर्खियों में रहा है। इस मुद्दे पर बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता आशुतोष राणा ने अपनी आगामी फिल्म ‘हीर एक्सप्रेस’ के प्रचार के दौरान एक विचारशील और संतुलित राय रखी। उन्होंने कहा, “भाषा संवाद का विषय है, विवाद का नहीं। भारत एक परिपक्व और अद्भुत देश है, जो संवाद में विश्वास रखता है, न कि विवाद में।” उनकी यह टिप्पणी न केवल भाषा विवाद को शांत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को भी रेखांकित करती है।

Ashutosh Rana का दृष्टिकोण

‘हीर एक्सप्रेस’ के ट्रेलर लॉन्च के दौरान Ashutosh Rana ने कहा, “मेरा मानना है कि भाषा संवाद और जुड़ाव का माध्यम है। यह हमें एक-दूसरे के करीब लाती है, न कि हमें अलग करती है। भारत ने हमेशा विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं को अपनाया है। हमें इस विविधता को अपनी ताकत बनाना चाहिए।” उनकी यह बात दर्शकों द्वारा खूब सराही गई और मंच पर मौजूद अन्य कलाकारों, जैसे संजय मिश्रा और गुलशन ग्रोवर, ने भी उनके विचारों का समर्थन किया।

आशुतोष राणा का यह बयान भारत की सांस्कृतिक एकता और भाषाई समृद्धि की भावना को मजबूत करता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जो विवादों के बजाय संवाद के जरिए समस्याओं का समाधान ढूंढता है। यह दृष्टिकोण न केवल हिंदी-मराठी विवाद के संदर्भ में प्रासंगिक है, बल्कि यह देश की सभी भाषाओं और समुदायों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देने का एक प्रयास है।

भाषा और संस्कृति का सम्मान

भाषा केवल संचार का माध्यम नहीं है, बल्कि यह किसी भी समाज की संस्कृति, इतिहास और पहचान का प्रतीक होती है। हिंदी और मराठी, दोनों ही भारत की समृद्ध भाषाई विरासत का हिस्सा हैं। हिंदी, जो देश की राजभाषा है और विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, भारत के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने वाली संपर्क भाषा के रूप में कार्य करती है। वहीं, मराठी, महाराष्ट्र की आत्मा है, जो अपनी साहित्यिक और सांस्कृतिक गहराई के लिए जानी जाती है।