स्वतंत्र समय, भोपाल
मध्यप्रदेश विधानसभा ( Assembly ) का मानसून सत्र सोमवार से आरंभ होगा। सोलहवीं विधानसभा के इस तीसरे सत्र में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा 3 जुलाई को बजट प्रस्तुत करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सत्र की तैयारियां देख दिशा निर्देश दिए। वहीं विपक्ष नर्सिंग घोटाले, दलदबलू विधायकों, आदिवासियों की जमीनों की खरीद फरोख्त, उन पर अत्याचार तथा सदन की कार्रवाई के लाइव प्रसारण की मांग पर पहले ही दिन से सदन को गरमाने की तैयारी में जुट गया है। इसके लिए विधायकों को जिम्मेदारी भी बांट दी गई है।
Assemblyका मानसून सत्र 19 जुलाई तक चलेगा
वर्तमान विधानसभा का पहला मानसून सत्र 19 जुलाई तक चलना है। सत्र में कुल 14 बैठकें होना है। दूसरी ओर कांग्रेस विधायक दल की बैठक शाम को होटल पलाश में आयोजित की गई। इसमें नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधायकों को सदन में एकजुट होकर हर मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए जिम्मेदारी बांटी है। नेता प्रतिपक्ष सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहे। विपक्ष का मुख्य जोर इस बार नर्सिंग कालेज घोटाले के अलावा प्रवेश एवं भर्ती परीक्षाओं के घोटाले, बेरोजगारी, अतिथि व संविदा शिक्षकों की भर्ती पर है। साथ ही सदन की व्यवस्थाओं को लेकर भी विपक्ष इस बार गंभीर नजर आ रहा है।
लाइव प्रसारण पर करेंगे चर्चा : तोमर
तैयारियों का निरीक्षण कर मीडिया से चर्चा में विस अध्यक्ष तोमर ने कहा कि सत्र के दौरान प्रश्न काल तथा ध्यान आकर्षण भी होगा। सरकार द्वारा जो प्रस्तुत कानूनों पर चर्चा होगी। मुझे आशा है सत्र अच्छा होगा और सभी लोग जनहित के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। संपूर्ण कार्रवाई लाइव कराए जाने संबंधी नेता प्रतिपक्ष के प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी।
दो एमएलए की सीट पर तनातनी
सत्र के दौरान दो विधायकों रामनिवास रावत और निर्मला सप्रे की सीट को लेकर भी विवाद सामने आ सकता है। ये दोनों विधायक कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं, लेकिन इन्होंने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। कांग्रेस इन दोनों की सीट बदलने की मांग विस अध्यक्ष से कर चुकी है, लेकिन अभी तक इनकी सीट बदली नहीं गई है।