सुपर लीग में भी सबसे ऊपर, अब इंदौर सिर्फ नंबर 1 नहीं, मिसाल है!

देशभर में स्वच्छता रैंकिंग की जब बात आती है, तो इंदौर ने वह ऊँचाई हासिल कर ली है, जहाँ अब कोई मुकाबला नहीं बचा। भारत सरकार ने इंदौर को “गोल्डन लीग” में स्थान देकर यह मान्यता दी है कि अब इंदौर रैंकिंग से ऊपर और प्रतियोगिता से परे है। अब इंदौर सिर्फ एक शहर नहीं, स्वच्छता की पहचान है।

यह उपलब्धि किसी एक योजना, एक अधिकारी या एक नीतिगत निर्णय की नहीं है।यह हर इंदौरी की आदत, सोच और मेहनत का नतीजा है।

बार-बार नंबर 1 आने के बाद अब सरकार ने खुद कहा, “जब इंदौर से कोई आगे निकल ही नहीं सकता, तो इसे अब एक नई ऊँचाई दी जाए।” और इसी सोच के साथ इंदौर को देश के अन्य सभी शहरों से ऊपर “गोल्डन लीग” में शामिल किया गया। अब इंदौर खुद एक मानक है, एक मार्गदर्शक है।

इंदौर अब वह गुरु है, जो देश के बाकी शहरों को सिखाएगा कि सफाई सिर्फ ज़िम्मेदारी नहीं, बल्कि एक संस्कार है। जिस तरह सुरों की देवी लता मंगेशकर ने संगीत को परिभाषित किया,उसी तरह इंदौर ने अब स्वच्छता को परिभाषित किया है।

धन्यवाद और अभिनंदन है इंदौर कि जनता को, जिनकी प्रतिबद्धता ने शहर को स्वच्छता का प्रतीक बना दिया। उन सफाईमित्रों को, जो हर दिन अपने परिश्रम से शहर की पहचान को बनाए रखते हैं।सभी जनप्रतिनिधियों को, जिन्होंने सही नेतृत्व और दिशा दी।सभी प्रशासनिक अधिकारियों को, जिनके कुशल प्रबंधन ने हर योजना को धरातल पर उतारा। और मध्य प्रदेश सरकार व नगरीय प्रशासन मंत्री को, जिनके सहयोग और समर्थन ने इंदौर को यह स्वर्णिम स्थान दिलाया। यह हर इंदौरी के गर्व का क्षण है। क्योंकि जब जनता ठान ले, तो सिर्फ शहर नहीं, इतिहास बदल जाता है।