उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक बड़े रेल हादसे की साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया। दिल्ली से सहारनपुर जा रही पैसेंजर ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी। बलवा और शामली स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर लोहे और सीमेंट के पाइप के साथ-साथ बड़े-बड़े पत्थर भी रख दिए गए थे। रात करीब 9:30 बजे जैसे ही ट्रेन उस ट्रैक पर पहुंची, सतर्क लोको पायलट की नजर इन खतरनाक बाधाओं पर पड़ी। उसने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी और आरपीएफ व जीआरपी को घटना की जानकारी दी।
ट्रेक को तुरंत खाली कराया गया
सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (RPF), सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। एसपी राम सेवक गौतम भी टीम के साथ जांच के लिए पहुंचे। ट्रैक को तुरंत खाली कराया गया और जांच शुरू कर दी गई। फिलहाल मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आसपास के गांवों में दबिश देकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही रेलवे ट्रैक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अगली सुबह से गुजरने वाली ट्रेनों के दौरान RPF और GRP अलर्ट मोड में रही। अगर लोको पायलट की सूझबूझ न होती, तो यह घटना एक बड़े हादसे का रूप ले सकती थी। इस साजिश ने एक बार फिर रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और साथ ही सतर्कता की अहमियत भी साबित कर दी है।
