एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने “हाउस ऑफ ग्रोथ” पहल के माध्यम से फ्रंटलाइन कर्मचारियों के जीवन स्तर को किया बेहतर

भारत के सबसे बड़े स्मॉल फाइनेंस बैंक एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने अपने फ्रंटलाइन कर्मचारियों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एक सराहनीय पहल की शुरुआत की है – “हाउस ऑफ ग्रोथ”। यह प्रयास उन चुनौतियों को मान्यता देता है, जिनका सामना बैंक की माइक्रो फाइनेंस टीमों को देशभर में जमीनी स्तर पर काम करते समय प्रतिदिन करना पड़ता है।

इस समय बैंक देशभर के 888 स्थानों पर कर्मचारियों के साझा आवासों को अपग्रेड कर रहा है। इन आवासों में पाँच से छह अधिकारियों के रहने की व्यवस्था होती है, जिन्हें अब सुव्यवस्थित बेड, भरोसेमंद हाउसकीपिंग, मनोरंजन की सुविधाएं और आरामदायक सामुदायिक स्थानों जैसे जरूरी संसाधनों से सुसज्जित किया जा रहा है। इस पहल के माध्यम से बैंक 6,000 से 8,000 फील्ड और लोन अधिकारियों को एक स्वच्छ, सुरक्षित और आरामदायक रहने का वातावरण प्रदान करना चाहता है — वे अधिकारी जो सुबह 7 बजे काम शुरू करते हैं और दिनभर कई गाँवों की यात्रा के बाद देर रात घर लौटते हैं। इस परिवर्तन की शुरुआत राजस्थान के बस्सी में पहले अपग्रेडेड अपार्टमेंट्स के उद्घाटन के साथ हो चुकी है।

संजय अग्रवाल, संस्थापक, प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, ने अपना व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा, “फील्ड विजिट्स के दौरान मैंने अपने कर्मचारियों की साधारण और कई बार चुनौतीपूर्ण रहने की स्थितियाँ स्वयं देखीं — वे लोग जो असाधारण समर्पण के साथ हमारे देश के सबसे पिछड़े क्षेत्रों तक वित्तीय समावेशन पहुंचाने का काम करते हैं। उनकी दृढ़ता, निष्ठा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में किए गए बदलाव केवल प्रशंसा के नहीं, बल्कि ठोस सहयोग के हकदार हैं। ‘हाउस ऑफ ग्रोथ’ जैसी पहल उनके योगदान को मान्यता देने और उन्हें अपने कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान करने की दिशा में एक मजबूत कदम हैं।”