बजट 2025 के पेश होने में अब बहुत कम समय बचा है, और इस बार ऑटोमोबाइल सेक्टर की निगाहें सरकार के फैसलों पर टिकी हुई हैं। लंबे समय से सुस्त पड़ी ऑटो इंडस्ट्री को रफ्तार देने के लिए मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स जैसी दिग्गज कंपनियों को इस बजट से बड़े बदलावों की उम्मीद है।
मारुति सुजुकी को खपत बढ़ाने की उम्मीद
मारुति सुजुकी इंडिया का मानना है कि अगर बजट में खपत को तेज करने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जाते हैं, तो यह पूरी ऑटो इंडस्ट्री के लिए फायदेमंद साबित होगा। कंपनी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (कॉर्पोरेट अफेयर्स) राहुल भारती के अनुसार, “अगर अर्थव्यवस्था में तेजी आती है और लोग ज्यादा खर्च करते हैं, तो यह हमारे लिए भी फायदेमंद होगा।”
मारुति सुजुकी को उम्मीद है कि चौथी तिमाही में उसकी रिटेल सेल्स में 3.5% की बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही, कंपनी ने इस बात पर भी जोर दिया कि ऑटो सेक्टर से जुड़ी अधिकतर चीजें जीएसटी के अंतर्गत आती हैं, इसलिए टैक्स स्ट्रक्चर में किसी भी बदलाव का सीधा असर बाजार पर पड़ेगा।
टाटा मोटर्स का फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश पर
टाटा मोटर्स ग्रुप के सीएफओ पीबी बालाजी का कहना है कि फेस्टिव सीजन के बाद से मांग में गिरावट देखी जा रही है, जिसके पीछे नकदी प्रवाह की तंगी जैसी कई वजहें हैं। हालांकि, उन्हें उम्मीद है कि सरकार अगर बजट में मांग बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाती है, तो इससे घरेलू बाजार में तेज उछाल आ सकता है।
टाटा मोटर्स को उम्मीद है कि सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश को बढ़ावा देगी, जिससे ऑटोमोबाइल सेक्टर को सीधा फायदा मिलेगा। चौथी तिमाही में मजबूत डिमांड के संकेत मिल रहे हैं, और अगर सरकार आर्थिक सुधारों पर जोर देती है, तो आने वाले महीनों में यह इंडस्ट्री फिर से ग्रोथ की पटरी पर लौट सकती है।
क्या बजट 2025 ऑटो इंडस्ट्री के लिए बनेगा गेम चेंजर?
अब सवाल यह है कि क्या सरकार इस बार ऑटो सेक्टर को राहत देने के लिए कोई बड़ा ऐलान करेगी? क्या जीएसटी में कटौती होगी? क्या उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ाने के लिए नई योजनाएं लाई जाएंगी? बजट 2025 में इन सवालों के जवाब मिलेंगे, जिन पर पूरे ऑटो सेक्टर की नजरें टिकी हुई हैं!