इंदौर में बोले अवधेश कुमार- समाजवाद-वामवाद से ऊपर उठकर भारत करेगा विश्व का नेतृत्व

इंदौर। वरिष्ठ पत्रकार एवं चिंतक अवधेश कुमार ने कहा है कि आने वाले समय में भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करेगा। उन्होंने मौजूदा वैश्विक परिस्थितियों का हवाला देते हुए समाजवाद, वामपंथ और उदारवाद जैसे विचारों से ऊपर उठकर काम करने का आह्वान किया।

अवधेश कुमार इंदौर के अभ्यास मंडल द्वारा आयोजित 65वीं ग्रीष्मकालीन व्याख्यानमाला में ‘समाजवाद का स्वप्न और संभावनाएं’ विषय पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर विचार देश, काल और परिस्थिति से पैदा होता है और समय उसका परीक्षण करता है।

समाजवाद की विफलता और पश्चिम की नकल

अवधेश कुमार ने समाजवाद को एक राजनीतिक विचार बताते हुए कहा कि यह यूरोप में औद्योगिक क्रांति के बाद पैदा हुई समस्याओं से उपजा। उन्होंने सवाल किया कि क्या दुनिया में कोई भी देश समाजवाद के नाम पर एक आदर्श प्रस्तुत कर पाया है? उन्होंने कहा कि 1917 की क्रांति के बाद रूस पहले समाजवादी और फिर वामपंथी देश बना, और चीन में भी वामपंथ आया।

“जातिवाद और वंशवाद को यदि हमारे देश में कांग्रेस के अलावा किसी ने सबसे ज्यादा प्रश्रय दिया है तो वह समाजवादियों ने दिया है। हमारे देश के समाजवादियों ने पश्चिम की नकल की है।” — अवधेश कुमार, वरिष्ठ पत्रकार

उन्होंने भारतीय समाजवादियों की आलोचना करते हुए कहा कि वे कभी एकजुट नहीं हो सके और न ही एक-दूसरे का सम्मान कर पाए। वे हमेशा आपस में ही संघर्ष करते रहे।

वैश्विक चुनौतियां और भारत की भूमिका

आतंकवाद को दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए उन्होंने दिल्ली और पेशावर में हुए हालिया विस्फोटों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “जब अच्छे परिवारों के पढ़े-लिखे डॉक्टर इस तरह के कामों में शामिल होने लगें, तो यह समाज के लिए एक गंभीर सवाल है।”

अवधेश कुमार ने विश्वास जताया कि भारत भविष्य में दुनिया का नेतृत्व करेगा। उन्होंने कहा, “वह समय आने वाला है जब विश्व के किसी भी देश में गड़बड़ी होगी तो कहा जाएगा कि किसी भारतीय को बुलाओ। हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति पूरे विश्व में एक अहिंसक क्रांति लाएगी।”

राजनीति और वैचारिक फैशन

अवधेश कुमार ने राजनीति को सेवा का उत्कृष्ट माध्यम बताया, लेकिन इस बात पर अफसोस जताया कि आजादी के बाद सही लोग राजनीति में नहीं आए। उन्होंने देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने को एक ‘फैशन’ करार दिया। उन्होंने कहा कि एनजीओ की संस्कृति ने देश में एक विकृति पैदा की है।

कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथि का स्वागत किशन सोमानी और मनीष भालेराव ने किया। संचालन मयंक शर्मा ने और आभार प्रदर्शन इंदौर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने किया।

आज का व्याख्यान

अभ्यास मंडल की व्याख्यानमाला में मंगलवार को पद्मश्री जगदीश जोशीला ‘लोक भाषा संरक्षण की अनूठी पहल’ विषय पर व्याख्यान देंगे। यह कार्यक्रम शाम 6 बजे जाल सभागृह में होगा।