धुलाई में रंग न छूटे, सूती कपड़ों के लिए अपनाएं ये आसान उपाय

कॉटन यानी सूती कपड़े हर मौसम में आरामदायक साबित होते हैं। गर्मियों में यह पसीना सोखकर शरीर को ठंडक देते हैं, जबकि सर्दियों में वूलन से होने वाली स्किन रैश की परेशानी से बचने के लिए अंदर सूती कपड़े पहनना सबसे अच्छा विकल्प है। हालांकि, इनकी सबसे बड़ी समस्या यह है कि धोते समय इनका रंग छूटने लगता है और कपड़े जल्दी फीके दिखाई देने लगते हैं। तेज धूप में लंबे समय तक रखने से भी इनकी चमक कम हो जाती है।

रंग उड़ने के पीछे कारण

सूती कपड़ों का रंग जल्दी निकलने के पीछे कई कारण होते हैं, जैसे—

  • कपड़े में इस्तेमाल की गई डाई का सही से सेट न होना
  • धोते समय कपड़ों को बहुत ज्यादा रगड़ना
  • हार्श डिटर्जेंट पाउडर का इस्तेमाल
  • कपड़ों को गर्म पानी में भिगोना
  • अगर सही तरीके अपनाए जाएं तो इनकी रंगत लंबे समय तक बरकरार रखी जा सकती है।

सफेद सिरका है असरदार उपाय

धोते समय सूती कपड़ों का रंग फीका न हो, इसके लिए सफेद सिरका (White Vinegar) बेहद कारगर है। कपड़े धोने से पहले इन्हें सामान्य पानी में सिरका डालकर कुछ देर भिगो दें। यह न केवल कपड़े का रंग सुरक्षित रखता है बल्कि उनकी चमक भी बनाए रखता है।

फिटकरी और नमक का मिश्रण

सूती कपड़ों का रंग पक्का करने के लिए फिटकरी और नमक का घोल बहुत मददगार है। एक बाल्टी पानी में इन दोनों को मिलाकर कपड़े भिगो दें। यह मिश्रण कपड़ों को रंग छोड़ने से बचाता है और साथ ही उनमें मौजूद बैक्टीरिया को भी खत्म करता है।

पसंदीदा कपड़ों को डाई से बनाएं नया जैसा

अगर कुछ कपड़ों का रंग बार-बार धुलने पर फीका पड़ गया है और वे आपके बेहद पसंदीदा हैं, तो आप उन्हें डाई (रंगाई) कर सकते हैं। इसके लिए धोने के बाद कपड़े को उसी रंग की डाई वाले पानी में कुछ देर डुबोकर रखें। सूखने के बाद वे लगभग नए जैसे दिखेंगे। इस उपाय को समय-समय पर दोहराया जा सकता है।

धोते समय बरतें सावधानियां

  • सूती कपड़ों को हमेशा बाकी कपड़ों से अलग धोएं, खासकर नए कपड़ों से।
  • धोने के लिए हमेशा नॉर्मल टेम्परेचर का पानी इस्तेमाल करें। गर्म पानी कपड़ों का रंग उड़ाने के साथ ही रेशों को भी कमजोर कर देता है।
  • अगर वॉशिंग मशीन में ऐसे कपड़े डाल रहे हैं जिनका रंग छूट सकता है, तो कलर कैचर शीट का इस्तेमाल करें। इससे निकलने वाला रंग दूसरे कपड़ों में जाने की बजाय उस शीट में समा जाएगा।