Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में 48 दिनों तक दिखेगी दक्षिण भारत की झलक, जानिए क्या है ये विशेष पूजा

Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर पर काम जोरों पर चल रहा है। जानकारी के लिए बता दें 22 जनवरी 2024 को मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी। जिसके चलते काम तेजी से चल रहा है। वहीं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने गर्भगृह की तस्वीरें भी शेयर कर दी हैं। गर्भगृह भी लगभग तैयार हो गया है। यह वही स्थान है, जहां राम लला की मूर्ति स्थापित की जाएगी।

17 जनवरी से शुरू हो जाएगा अनुष्ठान

जानकारी के मुताबिक बता दें मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम की नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। भगवान राम के विराजमान होने का अनुष्ठान 17 जनवरी से शुरू हो जाएगा। अयोध्या का नगर भ्रमण करने के बाद प्रभु राम मंदिर परिसर में पहुंचेंगे, जहां लगभग 150 वैदिक विद्वान प्रभु राम के विराजमान होने का यज्ञ अनुष्ठान करेंगे। इसके साथ ही साथ 22 जनवरी को जब श्रीराम विराजमान हो जाएंगे तो उसके बाद भी राम जन्मभूमि परिसर में 23 जनवरी से लेकर आगामी 48 दिनों तक यानी कि मार्च महीने तक राम जन्मभूमि परिसर में मंडल पूजा की जाएगी।

रामानंदीय परंपरा के अनुसार होगा पूरा कार्यक्रम

यह पूरा कार्यक्रम रामानंदीय परंपरा के अनुसार हो रहा है। पूजन से लेकर अनुष्ठान हवन यज्ञ काशी के विद्वानों द्वारा कराए जाएंगे। पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ और लक्ष्मीकांत दीक्षित के शिष्यों द्वारा यह पूरा अनुष्ठान संपन्न कराया जाएगा। इस पूरे आयोजन में दक्षिण भारत की झलक दिखाई देगी। यही कारण है कि 22 जनवरी को भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम के समापन के बाद 23 जनवरी से 48 दिन तक चलने वाला एक और अनुष्ठान शुरू होगा। जिसे मंडल पूजा का नाम दिया गया है। सर्वतोभद्र मंडल मंगलप्रद एवं कल्याणकारी माना जाता है।

विराजमान कर होगा विशेष पूजन

यज्ञ यागादिक, देव प्रतिष्ठा, मांगलिक पूजा महोत्सव, अनुष्ठान इत्यादि देव कार्यों में सर्वतोभद्र मंडल का सर्वविधक पूजन किया जाता है। गणेश, अम्बिका, कलश, मातृका, वास्तु मंडल, योगिनी, क्षेत्रपाल, नवग्रह मंडल, वारुण मंडल इन्द्रादि देवताओं, मातृशक्तियों तथा अरुन्धति सहित सप्तऋषि आदि के साथ प्रमुखता से सर्वतोभद्र मंडल के मध्य प्रमुख देवता को विराजमान कर विशेष पूजन किया जाता है। अयोध्या में भी प्रभु श्री राम के नवनिर्मित मंदिर में विराजमान होने के बाद इस अनुष्ठान के जरिए सभी देवी देवताओं का आह्वान किया जाएगा।