भारत सरकार द्वारा 70 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुगों के लिए आयुष्मान योजना लागू की गई है। इस के तहत हर वह व्यक्ति जिसकी उम्र 70 वर्ष से अधिक का है उसका आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। केन्द्र सरकार के आदेश के बाद बुजुर्गों ने राहत की सांस ली थी कि अब उनको समय पर इलाज मिल पाएगा। इस घोषणा के बाद आयुष्मान कार्ड को गति जरूर मिल रही है। लेकिन आयुष्मान कार्ड बनवाने के दौरान अब कई बुजूर्गों के आधारकार्ड से लिंक सिम नहीं मिल पा रहा है। कई बुजुर्गों की सिम चालू अवस्था में नहीं है। वहीं आयुष्मान कार्ड बनवाने से पहले आधार वेरिफिकेशन के लिए आने वाला वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) अब बुजुर्गों और कर्मचारियों के लिए परेशानी बन गया है।
बंद पड़े है बुजुर्गों के मोबाइल
कई बुजुर्गो के मोबाइल वर्षों से बंद पड़े है। वहीं कभी मोबाइल नेटवर्क कमजोर होने के कारण ओटीपी नहीं आता है। कई बुजुर्गों के मोबाइल में बैलेंस नहीं होने के कारण इनकमिंग सेवा बंद हो चुकी है जिस कारण मैसेज नहीं आ पा रहे है। ऐसे में कार्ड बनाने वाले बुजुर्ग परेशान होकर वापस घर लौटने को मजबूर हो जाते हैं। इस कार्य में जुटे अधिकारियों और कर्मचारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क और जागरुकता का कमी से जुझना पड़ रहा है। फिलहाल आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी नही पहुंचने से बुजुर्ग भी परेशान है। वहीं आयुष्मान कार्ड बनाने के दौरान आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर पर एक ही बार ओटीपी आता है जो नहीं मिल पाने पर कई बुजूर्गों के आयुष्मान कार्ड नहीं बन पा रहे है।