इंदौर में सुसाइड केस थमने का नाम ही नहीं ले रहे है। हाल ही में महिला टीचर के जाल में फंसे एक बी. फार्मा स्टूडेंट ने अपनी टीचर प्रेमिका द्वारा ब्लैक मेल किए जाने और दुष्कर्म का केस दर्ज करवाने की धमकी के चलते सुसाइड कर लिया। बता दे कि कोचिंग टीचर ने युवक के खिलाफ मंगलवार को महिला थाने में रेप की शिकायत दर्ज कराई थी।
यह घटना बाणगंगा थाना क्षेत्र की है, जहां रहने वाले बी फार्मा के स्टूडेंट ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक गौरव पुत्र राजू हाड़ा भागीरथपुरा का रहने वाला था और उज्जैन रोड के एक बड़े हॉस्पिटल से बी. फार्मा की पढ़ाई कर रहा था। मंगलवार रात को उसकी छोटी बहन ने उसे फंदे पर लटके देखा। इसके बाद पिता को सूचना दी।
परिजन नजदीकी अस्पताल ले गए, यहां से एमवाय हॉस्पिटल भेज दिया गया, जहां डॉक्टरों ने गौरव को मृत घोषित कर दिया। गौरव के पिता राजू का आरोप है कि युवती ने ब्लैकमेल करते हुए मेरे बेटे से पांच लाख की डिमांड की थी और 45 हजार रुपए ले लिए, तब पुलिस ने बेटे को छोड़ा। इसके बाद वह घर आकर खूब रोया और अपने कमरे में जाकर फांसी लगा ली।
परिवार का यह भी कहना है कि इंग्लिश कोचिंग की टीचर बेटे को परेशान कर रही थी। उसने झूठे केस में फंसाने के कई धमकी भरे मैसेज भी किए थे। इनके स्क्रीन शॉट भी परिवार ने पुलिस को सौंपे हैं। वहीं मृतक की बहन का आरोप है कि महिला थाना प्रभारी और एसआई ने हमारे भाई की बात नहीं सुनी और उस पर पैसे देकर सेटलमेंट करने का दबाव बनाया और उसके बाद गौरव ने घर आकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में महिला थाना प्रभारी भी दोषी हैं।
वहीं मुवेल सिंह बैंस, जांच अधिकारी ने छात्र के सुसाइड मामले में मृतक की बहन द्वारा लगाया गया आरोपी को लेकर महिला थाना प्रभारी से मीडिया ने बात की तो, उन्होंने पूरे प्रकरण में राम यूपी के द्वारा युवती के द्वारा दिए गए आवेदन में रूपों के लेनदेन की बात लिखी गई है। परिजनों द्वारा महिला पुलिस अधिकारियों के रुपए लेने की बात से महिला थाना प्रभारी ने साफ इनकार किया है।