Ganesh Mahotsav : गणेश महोत्सव आने वाला है और इसे लेकर पूरे देश में तैयारियां जोरों-शोरो से चल रही है। इस गणेश चतुर्थी पर बप्पा घर-घर विराजमान होंगे, इसलिए भगवान गणेश की मिट्टी की प्रतिमाएं बनाई जा रही है। साथ ही इस त्यौहार में पर्यावरण की सुरक्षा का भी प्रशासन विशेष ध्यान दे रहा है। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के खंडवा शहर में घरों से लेकर दफ्तर पर और सभी पंडालो पर केवल मिट्टी की बनी गणेश प्रतिमाएं ही विराजमान होगी।
इसे लेकर खंडवा जिला प्रशासन ने निर्देश जारी कर दिये है कि शहर में कही भी पीओपी यानी प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां स्थापित नहीं की जाएगी। प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां पूरी पर तरह बैन लागू कर दिया गया है। सूत्रो के अनुसार बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन खंडवा आजीविका मिशन के जरिए स्वसहायता समूहों से 20 हजार से अधिक मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं तैयार करवा रहा है। साथ ही इन प्रतिमाओं को बेचने के लिए जिला प्रशासन मूर्तिकारों को अलग से जमीन भी उपलब्ध करवाएगा।
बता दें कि प्रशासन ने पीओपी को बैन करने के बाद मूर्ति निर्माण करने वाले लगभग 70 परिवारों को चिन्हित किया है, जो कि प्राकृतिक रंगो, गाय के गोबर और मिट्टी जैसे प्राकृतिक संसाधनों से गणेश प्रतिमाओं का निर्माण करेंगे। साथ ही इन कलाकारो को मिट्टी से गणेश प्रतिना बनाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके अलावा सरपंच-सचिव सहित सरकारी कर्मचारियों को मिट्टी के गणेश लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
खंडवा प्रशासन ने इसके लिए मूर्तिकारों को 1.10 लाख रूपए का समूह लोन दिलवाया है। यहा 6 इंच से लेकर 3 फीट की प्रतिमाएं बनाई जा रही है। गौरतलब है कि खंडवा में जहां भी गणेश प्रतिमा की स्टॉल लगाई जाएगी, वहां शासकीय कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को खरीदी के लिए प्रेरित किया जाएगा।