मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले से पुलिस महकमे की छवि को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां शामगढ़ थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे समेत चार पुलिसकर्मियों पर तस्करों से सौदेबाजी करने का गंभीर आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि डोडाचूरा तस्करों को छोड़ने के लिए 50 लाख रुपये की डील की गई थी।
जांच के बाद कार्रवाई: टीआई सहित चार अधिकारी निलंबित
इस गंभीर आरोप के बाद तुरंत जांच के आदेश दिए गए। जांच टीम ने रिपोर्ट में कई साक्ष्य मिलने की पुष्टि की, जिसके बाद एसपी विनोद कुमार मीणा ने शामगढ़ थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे के साथ सब इंस्पेक्टर अविनाश सोनी, हेड कॉन्स्टेबल दिलीप बघेल और कांस्टेबल मनीष पंवार को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई ग्राम आंकली में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज केस और एक अन्य शिकायत के आधार पर की गई।
पुलिस-तस्कर गठजोड़ पर बढ़ते सवाल
मंदसौर क्षेत्र लंबे समय से डोडाचूरा और अफीम तस्करी के लिए कुख्यात रहा है। 2023 में विधानसभा में यह मुद्दा भी उठा था कि जिले के कई पुलिसकर्मियों पर तस्करों से सांठगांठ के आरोप हैं। उस समय 22 पुलिसकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार और तस्करी से जुड़े 41 शिकायतें दर्ज थीं। टीआई धर्मेंद्र शिवहरे पर भी पहले अफजलपुर थाने में इसी तरह के आरोप लग चुके हैं, जिससे विभाग की साख पर और सवाल उठे हैं।
35 से अधिक पुलिसकर्मी जांच के घेरे में
एसपी ने साफ संकेत दिया है कि यह तो शुरुआत मात्र है। फिलहाल 35 से ज्यादा पुलिसकर्मी जांच के दायरे में हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और नाम उजागर हो सकते हैं। विभाग इसे पुलिस बल की सफाई और नशा तस्करी को खत्म करने की दिशा में बड़ी कार्रवाई मान रहा है।
नया थाना प्रभारी नियुक्त, सुधार की दिशा में कदम
निलंबित पुलिसकर्मियों की जगह उपनिरीक्षक अभिषेक बोरासी को शामगढ़ थाने की कमान सौंपी गई है। एसपी विनोद कुमार मीणा ने कहा कि जिले को नशे से मुक्त करने के मिशन में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह कदम न केवल पुलिस सुधार की दिशा में अहम माना जा रहा है, बल्कि पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का भी प्रयास है।