स्वतंत्र समय, भोपाल
दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित की कोचिंग ( Coaching ) संस्थान में हुए हादसे से मध्यप्रदेश भी हिल गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटना को गंभीरता लेते हुए बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों का सर्वे करने का निर्देश दिया है। राजस्व विभाग ने भी सभी 16 नगर निगमों के कमिश्नर से सभी कोचिंग इंस्टीट्यूट, धर्मशालाओं व संस्थाओं का सर्वे कर रिपोर्ट तलब की है।
दिल्ली की Coaching में हुए हादसे का हवाला दिया
सीएम यादव ने सोमवार को बाढ़ और अतिवर्षा की समीक्षा करते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी कलेक्टर्स-कमिश्नर्स को निर्देश दिए। उन्होंने दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर की कोचिंग ( Coaching ) में हुए हादसे का हवाला दिया। सीएम ने इस घटना को देखते हुए मध्यप्रदेश में बेसमेंट में चल रहीं कोचिंग संस्थाओं के सर्वे के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव राजस्व निकुंज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देशों पर अमल करने के लिए बैठक के दौरान ही प्रदेश में बेसमेंट में चल रहीं कोचिंग स्थानों में जल भराव होने पर जल निकासी, सुरक्षा तथा विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दे दिए गए हैं। सभी 16 नगर निगम कमिश्नर्स को निर्देश दिए गए हैं कि वे बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों, धर्मशालाओं और संस्थाओं का तत्काल निरीक्षण करें। सभी से उनके क्षेत्र के कोचिंग इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट भी मांगी गई है।
सीएम ने ये भी दिए निर्देश…
- बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्य करें। तैनात अधिकारी-कर्मचारी भी हर समय सजग रहें।
- चुनौती से निपटने के लिए समन्वय के साथ काम करें।
- सेना की जरूरत हो तो कलेक्टर्स समय पर बताएं।
- पीडब्लूडी ऐसे पुल-पुलियों की जानकारी एकत्र करे, जहां पिछले सालों में दुर्घटनाएं हुई हैं। ऐसे रपटों और पुलों पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करे।
- पुलों पर पानी का भराव हो तो लोगों को न जाने दें।
- बांधों से पानी छोड़ें तो प्रभावित होने वाले जिलों को अलर्ट करें। तैराक दल भी तैयार रखें।
- आवश्यक सेवाएं बाधित न हों।
- मंदिरों, धार्मिक स्थलों व त्योहारों पर लगने वाले मेलों में लोगों की सुरक्षा पर ध्यान दें।