सावधान! मॉनसून का मौसम दे सकता है, इन 4 बीमारयों को न्योता

देश में मानसून अपनी पिक पर है। ऐसे में ये मौसम गर्मी से तो निजात दिलाता है, लेकिन अपने साथ स्किन से जुडी कई समस्या भी लाता है। बारिश के मौसम में ह्यूमिडिटी बढ़ जाती है। जिसकी वजह से बैक्टीरिया और फंगस आसानी से ग्रो करते है, अगर ठीक से स्किन की देख भाल न की जाये तो हमे कई समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है।

आज हम आपको बताएगे, बारिश में होने वाले 4 इन्फेक्शन्स के बारे में जिन से आप सावधानी बरत कर, अपने अपने परिवार की सुरक्षा कर सकते है।

एथलीट फुट:


अगर आपको भी पैर की उंगलियो के बीच खुजली हो रही है या स्किन फट रही है। तो आपको जल्द से जल्द डॉ से चेकअप करवाना चाहिए। ये एथलीट फुट के लक्षण हो सकते है। आपको भी यही इन्फेक्शन हो गया है तो घबराए नहीं बल्कि इसका ध्यान रखे , सूखे मोज़े पहने , पैरो को अच्छी तरह से साफ़ करे और एंटीफंगल पाउडर का इस्तेमाल करे।

दाद:

दाद एक आम फंगल इंफेक्शन है। ये किसी भी मौसम में हो सकता ही लेकिन बारिश के दिनों में ये इन्फेक्शन तेजी से बढ़ता है। इस इन्फेक्शन से बचने के लिए सूखे कपड़े पहने , किसी के साथ अपना टॉवल या कपड़े शेयर न करे और ज्यादा से ज्यादा सूती कपड़े पहने।

सावधानी रखने के बाद भी आपको ये इन्फेक्शन हो जाता है तो डॉक्टर से जरूर परामर्श करे , खुद से इसका ट्रीटमेंट करने की कोशिश न करे ये आपकी समस्या को और भी बढ़ा सकता है।

एरिथ्रास्मा

अगर आपको भी कमर, बगल और पैरो की उंगलियों के बीच गुलाबी या भूरे रंग के धब्बे दिखाई दे रहे है। तो सावधान हो जाइए क्योकि ये एरिथ्रास्मा इन्फेक्शन के लक्षण हो सकते है। इनसे बचाओं के लिए एंटीबैक्टीरियल साबुन का यूज करे साथ ही एंटीबैक्टीरियल पाउडर का इस्तेमाल करें , गीले कपड़े पहनने से बचे ।

फॉलिकुलिटिस:

पसीने, नमी या फ्रिक्शन के कारण बालों के रोमछिद्रों में सूजन आ सकती है , जिसकी वजह से आस पास के फुंसियों हो सकती है। अगर आप भी से समस्या से गुजर रहे है, तो नहाते वक़्त एलोवेरा की मसाज करे और अफेक्टेड जगह पर शेविंग न करे। एलोवेरा का इस्तेमाल करने से केवल एक हफ्ते में ये फुंसियों ठीक हो जाती है , लेकिन अगर फिर भी ठीक न हो तो डॉ को जरूर दिखाए।